स्पोर्ट्स डेस्क। कोई भी खिलाड़ी क्रिकेट से संन्यास (retirement) अपनी व्यक्तिगत पसंद के तौर पर कभी भी ले सकता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के मुताबिक कोई भी क्रिकेटर किसी भी समय संन्यास ले सकता है। खिलाड़ी फिटनेस, फॉर्म, व्यक्तिगत विचार या फिर विवादों की वजह से यह निर्णय लेते हैं। लेकिन सवाल उठता है कि क्या कोई प्लेयर संन्यास लेने के बाद वापस लौट सकता है?
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संन्यास लेने का फैसला खिलाड़ियों का व्यक्तिगत होता है। फिटनेस और प्रदर्शन इसकी वजह हो सकते हैं क्योंकि खिलाड़ी तब संन्यास लेना चुन सकते हैं जब वह फिट नहीं होते या फिर लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं दिखा पाते। इसका उम्र से कोई संबंध नहीं है क्योंकि कई खिलाड़ियों ने काफी कम उम्र में भी सन्यास लिया है और कई दिग्गज खिलाड़ी जैसे सचिन तेंदुलकर 40 साल की उम्र तक खेलते रहे।

कभी-कभी बाहरी दबाव या फिर विवादों की वजह से भी खिलाड़ियों को अपेक्षा से पहले संन्यास लेना पड़ता है। आईसीसी रिटायर्ड प्लेयर्स को जितनी बार चाहे उतनी बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की आजादी देता है। इसी के साथ किसी भी खिलाड़ी की वापसी का निर्णय उसके राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड या फिर उस फ्रेंचाइजी द्वारा किया जाता है जिसके लिए वह खेलना चाहता है।
पाकिस्तान टीम के खिलाड़ी शाहिद अफरीदी ने कई बार संन्यास लेकर वापसी की है। 2006 में टेस्ट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने कुछ महीनो में वापसी की थी। इसी के साथ 2011 में भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करने के बाद वे फिर से वापस आए। इसी तरह पाकिस्तान के खिलाड़ी मोहम्मद आमिर ने 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद मार्च 2024 के टी 20 विश्व कप के लिए वापसी की घोषणा की थी।
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