डेस्क। कटरा में वैष्णो देवी मार्ग पर landslide हुआ जिसमें 32 लोगों की जान चली गई जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। बता दें कि भूस्खलन एक ऐसी घटना है जिसमें मिट्टी, चट्टानें और पेड़-पौधे ढलान के साथ तेजी से नीचे की ओर खिसकते हैं। यह जानलेवा हो सकता है लेकिन लैंडस्लाइड से पहले कुछ संकेत भी मिलते हैं।
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पहला संकेत है मिट्टी या चट्टानों का असामान्य हलचल। अगर आप देखते हैं कि जमीन में दरारें पड़ रही हैं खासकर ढलानों पर या पेड़ और खंभे झुक रहे हैं तो यह खतरे की घंटी है। इसके अलावा अगर जमीन से अचानक पानी रिसने लगे या झरने का प्रवाह बदल जाए तो यह landslide का संकेत हो सकता है। चट्टानों के टकराने, पेड़ों के टूटने या जमीन के खिसकने की गड़गड़ाहट जैसी आवाजें सुनाई देना भी एक बड़ा लक्षण है।

इसके अलावा भारी बारिश, भूकंप या बर्फ पिघलने जैसी घटनाएं भूस्खलन को ट्रिगर कर सकती हैं। अगर आप पहाड़ी क्षेत्र में रहते हैं और लगातार बारिश हो रही है तो सतर्क रहें। सबसे पहले हमेशा स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग की चेतावनियों पर नजर रखें। अगर landslide की चेतावनी जारी की गई है तो तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाएं।
अगर दरारें या मिट्टी का कटाव दिखे तो तुरंत विशेषज्ञों से संपर्क करें। यदि आपका घर भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में है तो बेहतर होगा कि आप इसे खाली कर दें। आपातकालीन किट तैयार रखें जिसमें पानी, भोजन, दवाइयां, टॉर्च और जरूरी दस्तावेज शामिल हों। नदियों, नालों या ढलानों के पास न रुकें। अगर आप बाहर हैं और भूस्खलन शुरू हो जाए तो तुरंत ऊंचाई की ओर दौड़ें और खुले मैदान में रहें।
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