नई दिल्ली। देश के ज्यादातर हिस्सों में मानसून (Monsoon) ने दस्तक दे दी है। मानसूनी हवाएं बिहार (Bihar) तक पहुंच गई हैं और जल्द ही पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी पहुंचने वाली हैं। उत्तर भारत में मानसून की प्रगति से तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग (Meteorological Department) के अनुसार अगले दो-तीन दिनों में मानसून बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में पहुंच जाएगा।
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किसी शहर का मौसम कैसा रहेगा और कब वहां पर मानसून (Monsoon) की दस्तक होगी, इसके लिए कई चीजें देखी जाती हैं। इसके लिए बहुत सारी मशीनों की मदद ली जाती है। ये मशीनें हवा और जमीन तापमान, हवा में नमी की मात्रा, हवा की रफ्तार और दिशा, ओस और बादलों की स्थिति को मापती है। मौसम विभाग के पास कई तरह की सैटेलाइट होती है, जो कि आसमान से बादलों की तस्वीरें भेजती है। इससे मौसम विभाग के लोगों को इस बात का अंदाजा लग जाता है कि बादल कहां-कहां पर हैं।

किस शहर में कब मानसून (Monsoon) पहुंचेगा, इसका अनुमान लगाने के लिए सबसे पहले तो मानसून की शुरुआत देखी जाती है। केरल (Kerala) में मानसून 1 जून के आसपास पहुंच जता है। फिर यह उत्तर की ओर जाते हुए 15 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। किसी शहर में मानसून (Monsoon) तब आता है, जब वहां गर्मी की वजह से भूमि बहुत गर्म हो जाती है। इस दौरान उस जगह पर एक निम्न दबाव बनता है, जो कि हवा को अपनी तरफ खींचता है। मानसूनी हवाएं दक्षिण पश्चिम से आती हैं और भारत के पश्चिमी तट से टकराती हैं।
भारत के पश्चिमी घाट पर पर्वत श्रृंखला मानसूनी हवाओं को रोकती हैं और भारी बारिश का कारण बनती हैं। बंगाल की खाड़ी में बनने वाली मानसूनी हवाएं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में बारिश कराती हैं। इसी के आधार पर मौसम विभाग अनुमान लगाता है कि किस शहर में मानसून कब पहुंचेगा और कब वहां पर बारिश होगी।
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