30.4 C
Lucknow
Saturday, June 21, 2025

क्या है क्लस्टर बम; जिससे ईरान ने इजरायल में मचाई तबाही

डेस्क। ईरान (Iran) ने 19 जून को इजरायल (Israel) की ओर दागी गई एक मिसाइल ने दुनिया भर में चिंता बढ़ा दी है। इस मिसाइल में क्लस्टर बम (cluster bomb) का वारहेड था। इसे आम नागरिकों के लिए खतरनाक माना जाता है। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने पुष्टि की है कि इस हमले में कम से कम एक प्रोजेक्टाइल में क्लस्टर बम का इस्तेमाल हुआ।

यह भी पढ़ें-क्या होता है ब्लैक बॉक्स? प्लेन क्रैश के बाद सबसे पहले क्यों खोजी जाती है ये चीज

कहा जा रहा है कि दोनों देशों के बीच जंग में इस तरह के हथियार पहली बार इस्तेमाल हुए हैं। लेकिन ये क्लस्टर बम (cluster bomb) क्या बला है, जो इसके इस्तेमाल से दुनिया भर में इसकी चर्चा शुरू हो गई है? क्लस्टर बम (cluster bomb) एक ऐसा हथियार है जो किसी एक इलाके में जाकर “सबम्यूनिशन्स” छोड़ देता है। सबम्यूनिशन्स यानी छोटे-छोटे बम। यह बम एक बार में नहीं फटता, बल्कि हवा में खुल जाता है और कई छोटे विस्फोटक उस इलाके में बड़ी दूरी तक फैल जाते हैं और जमीन पर जाकर फटते हैं।

ईरान (Iran) के हमले में इजरायली (Israel) सेना ने बताया कि मिसाइल का वारहेड जमीन से करीब सात किलोमीटर ऊपर फटा। क्लस्टर बम (cluster bomb) का विवाद इसकी अंधाधुंध प्रकृति और बिना फटे विस्फोटकों को पीछे छोड़ने की वजह से है। इनमें से कई सबम्यूनिशन्स जमीन पर गिरने के बाद नहीं फटते और अरसों तक सक्रिय रहते हैं, जिससे अनजाने में इनके पास आने वाले नागरिकों के लिए गंभीर खतरा पैदा होता है।

ह्यूमन राइट्स वॉच के मुताबिक, क्लस्टर म्यूनिशन्स पर कन्वेंशन (CCM) एक अंतरराष्ट्रीय संधि है, जिसे 30 मई 2008 को डबलिन, आयरलैंड में अपनाया गया और 1 अगस्त 2010 से यह लागू हुई। इस संधि का मकसद क्लस्टर बमों के इस्तेमाल, उत्पादन, भंडारण और ट्रांसफर पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाना है। इसके साथ ही, यह संधि प्रभावित क्षेत्रों में बचे हुए बिना फटे विस्फोटकों को साफ करने और पीड़ितों की सहायता करने पर भी जोर देती है। क्लस्टर मुनिशन कोएलिशन के अनुसार साल 2025 तक 100 से अधिक देश इस संधि पर हस्ताक्षर कर चुके हैं और इसे लागू कर रहे हैं।

Tag: #nextindiatimes #clusterbomb #Israel #Iran

RELATED ARTICLE

close button