हेल्थ डेस्क। हाल ही में एक्ट्रेस Shefali Jariwala की अचानक मौत हो गई। इसकी वजह थी कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest)। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेफाली फास्टिंग कर रही थीं और उन्हें ड्रग रिएक्शन हुआ। वो एंटी-एजिंग पिल्स (Anti ageing Treatment) और ग्लूटाथियोन (Glutathione Injection) जैसे स्किन ट्रीटमेंट्स भी ले रही थीं।
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आजकल एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट (Anti ageing Treatment) का चलन तेजी से बढ़ रहा है। लोग जवां दिखने और लंबे समय तक स्वस्थ रहने के लिए तरह-तरह के उपचार अपना रहे हैं, जैसे हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT), स्टेम सेल थेरेपी, इंट्रावेनस विटामिन ड्रिप्स और कॉस्मेटिक सर्जरी और न जाने क्या-क्या। कई लोग तो इंटरनेट से देखकर खुद ही अपना एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट शुरू कर देते हैं।
एंटी-एजिंग (Anti ageing) के लिए टेस्टोस्टेरोन और ग्रोथ हार्मोन थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है। ये हार्मोन मांसपेशियों को मजबूत करने और एनर्जी लेवल बढ़ाने में मदद करते हैं, लेकिन इनके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। टेस्टोस्टेरोन शरीर में सोडियम और पानी को रोक सकता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है। एंटी-एजिंग (Anti ageing) के लिए विटामिन (vitamins) और मिनरल्स की हाई-डोज ड्रिप्स दी जाती हैं। हालांकि अगर इनकी मात्रा ज्यादा हो जाए, तो यह शरीर में इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस पैदा कर सकती है।

फेस लिफ्ट, लिपोसक्शन, या बॉडी कॉन्टूरिंग जैसी प्रक्रियाओं में एनेस्थीसिया का इस्तेमाल होता है। अगर मरीज को पहले से ही दिल की बीमारी हो या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो, तो एनेस्थीसिया का दिल पर एक्स्ट्रा दबाव पड़ सकता है। एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट फायदेमंद हो सकते हैं, लेकिन अगर इन्हें गलत तरीके से या बिना डॉक्टरी सलाह के लिया जाए, तो ये दिल के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। इसलिए, जवां दिखने की चाह में अपने दिल की सेहत को नजरअंदाज न करें।
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