हेल्थ डेस्क। चलना हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा है और यह स्वास्थ्य (health) के लिए भी जरूरी है, लेकिन सवाल यह है कि हमें नंगे पैर चलना चाहिए या जूते पहनकर? दोनों के अपने फायदे और नुकसान होते हैं। नंगे पैर चलने (walk) से पैरों की मांसपेशियों (muscles) को मजबूती मिलती है, जबकि जूते पहनकर चलने से पैरों को सुरक्षा मिलती है।
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बता दें, वॉकिंग (walk) का तरीका सिर्फ आपकी सुविधा ही नहीं, बल्कि आपकी सेहत पर भी असर डालता है। सही तरीका अपनाने से न सिर्फ आपकी फिटनेस बेहतर होती है, बल्कि कई तरह की बीमारियों से भी बचाव होता है। नंगे पैर चलना सिर्फ एक नेचुरल तरीका ही नहीं, बल्कि कई हेल्थ बेनिफिट्स (health benefits) भी देता है। जब हम जूतों के बिना जमीन पर चलते हैं, तो हमारे पैर सीधे धरती के संपर्क में आते हैं, जिससे कई फायदे मिलते हैं।
नंगे पैर चलने से पैरों की मांसपेशियाँ (muscles) और टखने अधिक सक्रिय होते हैं, जिससे उनकी मजबूती बढ़ती है। नंगे पैर चलने से ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है, जिससे ऑक्सीजन सही तरीके से शरीर में प्रवाहित होती है। बिना जूतों के चलने से शरीर की नेचुरल पोजिशन बनी रहती है, जिससे कमर और रीढ़ की हड्डी पर कम दबाव पड़ता है। जमीन पर नंगे पैर चलने (walk) से तलवों के पॉइंट्स पर दबाव पड़ता है, जिससे शरीर में पॉजिटिव एनर्जी बढ़ती है और थकान कम होती है।

नंगे पैर चलना (walk) फायदेमंद होता है, लेकिन जूते पहनकर चलने के भी अपने फायदे हैं, खासकर जब आप असमान, गंदी या खुरदुरी सतह पर चल रहे हों। सड़क पर नुकीली चीजें, कांटे, कंकड़, कांच या धूल-मिट्टी से पैरों को बचाने के लिए जूते जरूरी होते हैं। अच्छे जूते आपके पैरों पर पड़ने वाले दबाव को कम करते हैं और जोड़ों पर तनाव नहीं पड़ने देते। जब आपको ज्यादा चलना हो, तो जूते पहनकर चलना पैरों के लिए बेहतर और कम थकाने वाला होता है।
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