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Saturday, May 17, 2025

अजरबैजान को क्यों कहा जाता है ‘आग की धरती’, 4000 साल से धधक रही आग

डेस्क। ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के दौरान पाकिस्तान के साथ खड़ा होने वाले तुर्किये (Turkey) और अजरबैजान (Azerbaijan) का विरोध लगातार बढ़ रहा है। देश भर के 125 से अधिक प्रमुख व्यापारी नेताओं ने इन दोनों देशों के साथ व्यापार का पूरी तरह बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। इस बहिष्कार में यात्रा और पर्यटन क्षेत्र भी शामिल होगा। व्यापारी नेताओं ने भारतीय फिल्म उद्योग से भी अपील की कि तुर्किये (boycott Turkey) और अजरबैजान में शूटिंग न करें। ज्यादातर ट्रेवल एजेंसियां इन देशों की बुकिंग नहीं ले रही हैं।

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आपको बता दें अजरबैजान (Azerbaijan) में कई ऐसे टूरिस्ट प्लेसेस हैं, जो विदेशी सैलानियों (Foreign Tourists) को भी लुभाते हैं। ऐसी ही एक जगह लैंड ऑफ फायर (Land of Fire) है, जो अजरबैजान की राजधानी बाकू (Baku) के पास है। इसकी वजह से पूरे अजरबैजान को भी ‘आग की धरती’ (land of fire) के नाम से जाना जाता है। दरअसल राजधानी बाकू के पास यानार डग (Yanar dag) नाम का पहाड़ है, जहां प्राकृतिक गैसों के रिसाव के कारण हमेशा आग लगी रहती है।

इतना ही नहीं, आग के कारण यहां के वातावरण में भी गैस की गंध आती है। इसी जगह पर एक दुर्गा मां का प्राचीन मंदिर भी है, जिसे टेम्पल ऑफ फायर (Temple of Fire) के नाम से जाना जाता है। अजरबैजान (Azerbaijan) के शहर एस्ट्रा में एक जगह है यानारा बूलग। यहां पर भी रहवासियों के लिए मेटल के पाइप से जरिए पानी उपलब्ध कराया जाता है लेकिन जमीन के पानी में तेल का अंश घुला होता है और पानी में भी आसानी से आग लगाई जा सकती है। बहरहाल यहां रहने वालों का मानना है कि इस पानी से उपचार किया जा सकता है, इसलिए वे इसे पीते हैं।

क्या आप जानते हैं कि एशिया और यूरोप के बीच बसे एक देश में पिछले 4000 साल से लगातार आग जल रही है। इस आग को न तो बर्फ बुझा पाई और और न ही घनघोर बारिश। ठंडी हवा के तेज थपेड़ों का भी इस आग पर कोई असर नहीं हुआ है। यह आग पहाड़ी की तलहटी में 10 मीटर के इलाके में लगी हुई है। इस पहाड़ी को स्थानीय भाषा में यानर डाग कहा जाता है, जिसका अर्थ ‘जलती हुई पहाड़ी’ है। यह पहाड़ी अजरबैजान (Azerbaijan) के अबशेरोन प्रायद्वीप में स्थित है। हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक इस जलती हुई पहाड़ी को देखने के लिए अबशेरोन पहुंचते हैं।

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