41 C
Lucknow
Sunday, May 4, 2025

एस्केलेटर कभी बंद क्यों नहीं होती? जानिए क्या तकनीक करती है काम

डेस्क। एस्केलेटर (Escalator) को हिंदी में ‘चलती सीढ़ी’ कहते हैं। यह एक स्वचालित सीढ़ी है जो एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए लोगों को ले जाती है। एस्केलेटर ज्यादातर मॉल, मेट्रो स्टेशन (metro stations) और हवाई अड्डों (airports) जैसी जगहों पर लगाए जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि ये सीढ़ियाँ लगातार चलती रहती हैं, भले ही कोई चढ़ रहा हो या नहीं?

यह भी पढ़ें-‘ट्यूबलेस’ या फिर ‘ट्यूब’ कौन से टायर होते हैं ज्यादा बेहतर, जानें दोनों में फर्क

अगर आपके मन में यह सवाल उठ रहा है कि अगर कोई नहीं चढ़ रहा, तो एस्केलेटर (Escalator) बंद क्यों नहीं होती तो आपको इस लेख में इसकी वजह बताते हैं। दरअसल हर बार एस्केलेटर को स्टार्ट करना उसके मोटर पर ज्यादा लोड डालता है और बिजली की खपत बढ़ती है। इसलिए एस्केलेटर का लगातार धीरे चलना ज्यादा एनर्जी सेविंग होता है।

अगर एस्केलेटर (Escalator) अचानक स्टार्ट हो या रुक जाए तो उस पर चढ़ रहे व्यक्ति का बैलेंस बिगड़ सकता है। इसलिए यह धीरे-धीरे और लगातार चलता है ताकि यात्री सुरक्षित रहें। नई टेक्नोलॉजी (technology) वाले एस्केलेटर सेंसर्स से लैस होते हैं जो पैरों की आहट सुनकर चालू होते हैं और फिर धीरे-धीरे रुक जाते हैं। इससे बिजली की बचत होती है।

दूसरी तरफ मेट्रो जैसे जगहों पर भीड़ बहुत ज्यादा होती है। ऐसे में लगातार चलती सीढ़ियाँ ही लोगों के फ्लो को मेंटेन रखती हैं। अब अगली बार जब आप एस्केलेटर (Escalator) पर चढ़ें तो जान लीजिए ये सिर्फ आपकी सुविधा नहीं, बल्कि एक सोच-समझकर बनाया गया सिस्टम है। यदि एस्केलेटर बंद हो जाए तो बंद एस्केलेटर पर चलना खतरनाक हो सकता है क्योंकि यह अचानक चल सकता है या इसमें कोई तकनीकी खराबी हो सकती है। सुरक्षित रहने के लिए आप पास के सीढ़ियों या लिफ्ट का उपयोग कर सकते हैं या एस्केलेटर के दोबारा चालू होने की प्रतीक्षा कर सकते हैं।

Tag: #nextindiatimes #Escalator #technology

RELATED ARTICLE

close button