29.1 C
Lucknow
Thursday, October 2, 2025

दशहरे का नीलकंठ से क्या है कनेक्शन, जानें इसके पीछे की दिलचस्प कहानी

डेस्क। आज पूरे देश में Dussehra मनाया जा रहा है। सदियों से यह मान्यता चली आ रही है कि दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन करना बहुत ही शुभ होता है लेकिन क्या आप इसके पीछे का कारण जानते हैं।

यह भी पढ़ें-इन जगहों पर होती है रावण की पूजा, दामाद मानते हैं यहां के लोग

दशहरे के दिन नीलकंठ पक्षी (Neelkanth on Dussehra) को देखने का बहुत ही खास महत्व माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रावण विजय से पहले भगवान राम को भी नीलकंठ के ही दर्शन हुए थे। ऐसे में दशहरे पर नीलकंठ देखने को परम्परा सदियों से चली आ रही है और इसे एक शुभ संकेत के रूप में देखा जाता है।

भगवान शिव को भी नीलकंठ के रूप में जाना जाता है। महादेव ने समुद्र मंथन के दौरान उत्पन्न हुए विष का पान किया था, जिस कारण उनका गला यानी कंठ नीला पड़ गया था। एक कथा के अनुसार, रावण वध के बाद भगवान राम ने ब्रह्म हत्या के पाप से मुक्ति पाने के लिए लक्ष्मण के साथ महादेव की पूजा-अर्चना की थी। तब भगवान शिव ने उन्हें नीलकंठ रूप में ही दर्शन दिए थे। ऐसे में यह माना जाता है कि दशहरे पर नीलकंठ के दर्शन करने से व्यक्ति को भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है।

यदि दशहरा वाले दिन आपको नीलकंठ पक्षी के दर्शन होते हैं, तो इसका अर्थ यह माना जाता है कि जल्द ही आपकी किस्मत खुलने वाली है। साथ ही इसका यह अर्थ भी माना जाता है कि आपको अपने किसी जरूरी काम में सफलता मिल सकती है। इसके साथ ही दशहरा के दिन नीलकंठ का दिखना सुख-समृद्धि, के आगमन का भी प्रतीक माना जाता है। इससे व्यक्ति के जीवन में धन-धान्य की वृद्धि हो सकती है।

Tag: #nextindiatimes #Dussehra2025 #Neelkanth

RELATED ARTICLE

close button