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Saturday, July 26, 2025

इस मंदिर के लिए थाईलैंड-कंबोडिया में शुरू हुआ युद्ध, जानें किनकी होती है पूजा

डेस्क। दक्षिण पूर्व एशिया के दो पड़ोसी मुल्कों की सेना आमने-सामने आ चुकी है। दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहा तनाव अब सैन्य संघर्ष में बदल चुका है। हम बात कर रहे हैं भारत से करीब 5,000 किलोमीटर दूर थाईलैंड और कंबोडिया की। थाईलैंड (Thailand) और कंबोडिया का विवाद एक सदी से भी ज्यादा पुराना है।

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थाईलैंड (Thailand) और कंबोडिया के बीच 800 किलोमीटर से ज्यादा लंबी स्थलीय सीमा है। यह सीमा फ्रांसीसी उपनिवेशवादियों द्वारा खींची गई थी जब उन्होंने 1863 से 1953 तक कंबोडिया पर कब्जा किया था। 1907 में सीमा को लेकर एक समझौता हुआ था। इसके बाद कंबोडिया के मैदान पर हावी पठार के किनारे बन भगवान शिव को समर्पित प्रीह विहार मंदिर को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद की शुरुआत हो गई। सिर्फ मंदिर ही नहीं, सीमा के आसपास के कई इलाके ऐसे हैं, जिस पर दोनों देश अपना दावा करते आए हैं।

जानकारों की मानें तो मंदिर को 9वीं से 11वीं सदी के दौरान बनाया गया था। शुरूआती समय में यहां पर भगवान शिव की पूजा होती थी लेकिन बाद में यह बौद्ध धार्मिक परिसर में तब्दील हो गया। यह मंदिर उस ऐतिहासिक खमेर साम्राज्य के समय का है, जिसकी सीमाएं आधुनिक कंबोडिया के अलावा थाईलैंड के कुछ हिस्सों तक फैली थीं।

1959 में कंबोडिया ने इस मामले को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में ले जाया, जिसने उसके पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि मंदिर कंबोडियाई क्षेत्र में आता है। हालांकि थाईलैंड (Thailand) ने उस समय इस आदेश को मान्यता दी थी, लेकिन उसने तर्क दिया कि आसपास की सीमाएं अभी भी विवादित हैं।

Tag: #nextindiatimes #ThailandCambodiaConflict #PreahVihartemple

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