इंफाल। नए साल के पहले दिन मणिपुर (Manipur) में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी। सोमवार शाम थौबल जिले के लिलोंक इलाके में चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। जबकि इस गोलीबारी में कई लोग घायल भी हो गए। हिंसा (Violence) भड़कने के बाद थौबल और इंफाल (Imphal) पश्चिम समेत घाटी के कई जिलों में कर्फ्यू (curfew) लगा दिया गया है।
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पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अज्ञात हमलावरों ने भीड़ पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई जबकि 14 घायल हो गए। सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल (Manipur) में भर्ती कराया गया है। अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई है। वहीं घटना के बाद स्थानीय लोग गुस्से में आ गए और कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। हिंसा (Violence) की घटना के बाद स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए थौबल, (Manipur) के इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
मणिपुर (Manipur) में हिंसा (Violence) की इस ताजा घटना को लेकर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने लिलोंग के निवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने हिंसा (Violence) की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने हमलावरों को आत्मसमर्पण करने या परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने की चेतावनी भी दी है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि केंद्रीय नेताओं को राज्य की मौजूदा स्थिति से अवगत कराने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही दिल्ली जायेगा।
3 मई, 2023 को मणिपुर (Manipur) में जातीय हिंसा फैलने के बाद से 180 से अधिक लोग मारे गए हैं और कई सौ घायल हुए हैं। 3 मई को हिंसा (Violence) तब भड़क गई जब बहुसंख्यक मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किया गया था।
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