हेल्थ डेस्क। इसमें कोई शक नहीं है कि सुबह नहाना (bathe) तरोताजा होने और दिन की शुरुआत करने का एक सबसे बढ़िया तरीका है। हालांकि कई लोग रात को सोने पहले नहाना (bathe) पसंद करते हैं ताकि दिन भर की थकावट दूर हो सके। रोजाना नहाना (bath) आपके नजरिये से बेहतर हो सकता है लेकिन विज्ञान (science) इससे सहमत नहीं है।
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विज्ञान (science) मानता है कि रोजाना नहाना (bathe) जरूरी नहीं है। इसके बजाय आप शरीर के केवल तीन अंगों को धो सकते हैं। चलिए जानते हैं कि स्वस्थ और तरोताजा रहने के लिए आपको कितनी बार नहाना चाहिए और किन रोजाना सिर्फ किन तीन अंगों की सफाई करनी चाहिए। रोज नहाने (bathe) से आपकी त्वचा शुष्क होती है, साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) भी कम हो जाती है। वहीं, अगर आप जिम नहीं जाते हैं और धूल व मिट्टी से दूर रहते हैं तो आपके लिए रोज नहाना जरूरी नहीं है। रोजाना नहाने (bathe) के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।
रोजाना नहाने (bathe) से त्वचा रूखी हो जाती है। इसलिए नहाने के बाद हाथ, पैर व चेहरे पर माॅश्चराइजर क्रीम (moisturizer cream) लगाना न भूलें। वहीं, सर्दियों में नहाने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। शरीर को साफ-सुथरा रखने रखने के लिए नहाना चाहिए। नहाने (bathe) से आप फ्रेश महसूस करते हैं। लेकिन रोज नहाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर होती है। इसलिए चिकित्सक भी रोजाना न नहाने की सलाह देते हैं।
वहीं, लोग समझते हैं कि एंटीबैक्टीरियल साबुन (antibacterial soap) शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। आपको बता दें कि ये अच्छे बैक्टीरिया को भी नष्ट कर देते हैं, जिससे इम्यूनिटी (immunity) भी प्रभावित होती है। विशेषज्ञों की मानें तो सर्दियों में सप्ताह में तीन दिन नहाना (bathe) चाहिए। ज्यादा नहाने (bathe) से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर पड़ जाती है, जिससे बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है।
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