बक्सर। गंगा में नाव के जरिए बक्सर से प्रयागराज (Prayagraj) जाने के दावों पर जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया है। जिला प्रशासन (administration) ने स्पष्ट किया है कि ऐसी किसी भी नाव (boat) यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है। साथ ही यह स्पष्ट किया गया है कि प्रयागराज (Prayagraj) की ओर जाने की कोशिश करने की स्थिति में नाव को जब्त करते हुए उसके संचालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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सूत्रों के अनुसार जिला प्रशासन (administration) की ओर से कहा गया है कि इस यात्रा के लिए नाव (boat) परिचालकों ने प्रति व्यक्ति 2500 रुपये किराया तय करने का दावा किया है। साथ ही इस यात्रा को पांच दिनों में पूरी करने का दावा किया है। जिला प्रशासन के अनुसार, बक्सर से प्रयागराज (Prayagraj) महाकुंभ के लिए नाव सेवा की अनुमति न तो बक्सर प्रशासन (administration) द्वारा दी गई है और न ही भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण से ऐसी कोई आधिकारिक सूचना प्राप्त हुई है।
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प्रशासन ने चेतावनी दी है कि इस तरह की यात्रा बेहद खतरनाक हो सकती है, क्योंकि इतनी लंबी दूरी की यात्रा के लिए नावों में सुरक्षा उपायों की कमी हो सकती है। इससे यात्रियों का जीवन संकट में पड़ सकता है। जिला प्रशासन ने नाव यात्रा से जुड़ी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने का निर्देश सभी संबंधित अधिकारियों को दिया है।
अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र मिश्रा ने बक्सर और चौसा नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी, सभी संबंधित अंचल अधिकारी और थानाध्यक्ष को सख्त आदेश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्रों में इस प्रकार की यात्रा की निगरानी करें और प्रयागराज (Prayagraj) की ओर जाते दिखने वाली नावों को माइकिंग के जरिए तत्काल रोकते हुए जब्त करें। इसके साथ ही आयोजकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी सुनिश्चित करें।
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