लाइफस्टाइल डेस्क। फटी एड़ियां (Cracked heels) सिर्फ त्वचा की समस्या नहीं है, बल्कि शरीर में पोषक तत्वों (nutrients) की कमी का संकेत हो सकती हैं। इन पोषण संबंधी कमियों को पहचानना और डेली डाइट में जरूरी बदलाव करना फटी एड़ियों के सही इलाज के लिए जरूरी है। विटामिन E, Vitamin B-3 और Vitamin C की कमी से एड़ियां फटने लगती हैं। आइए बताते हैं आपको इनकी कमी कैसे पूरी करें।
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विटामिन-E एक शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो त्वचा को गहराई से नमी देता है और कोमलता व लोच बनाए रखने के लिए जरूरी है। इस विटामिन की कमी से त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है, एड़ियां फटने (Cracked heels) लगती हैं और खुजली होने लगती है। सूरजमुखी के बीज, बादाम, एवोकाडो, मूंगफली (peanuts) और शुद्ध घी आदि विटामिन-E के स्रोत हैं।

विटामिन-C (Vitamin-C), कोलेजन के निर्माण में मदद करता है, जो त्वचा की मजबूती और लचीलेपन के लिए आवश्यक प्रोटीन है। इसकी कमी से त्वचा का रिपेयरिंग प्रोसेस धीमा हो जाता है और वह आसानी से डैमेज हो सकती है। इस विटामिन की कमी से त्वचा की हीलिंग धीमी गति से होती है, दाग-धब्बे होने लगते हैं और एड़ियां (heels) फटने लगती हैं। आंवला, नींबू, संतरा, अमरूद, टमाटर और हरी मिर्च जैसे खट्टे फल विटामिन-C के स्रोत हैं।
B-विटामिन्स, विशेष रूप से नियासिन (विटामिन B3) और बायोटिन (विटामिन B7), त्वचा की नमी को बनाए रखने में मदद करते हैं। बायोटिन त्वचा और बालों की सेहत के लिए बेहद जरूरी है। इसकी कमी से त्वचा ड्राई हो जाती है, एड़ियां फटकर (Cracked heels) पपड़ीदार हो जाती है और इसमें जलन भी होती है। अंडा, दूध, दही, साबुत अनाज, मूंगफली और केला आदि विटामिन-B3 के स्रोत हैं।
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