लाइफस्टाइल डेस्क। आजकल कई कारणों से महिलाओं के लिए नेचुरली कंसीव (conceive) करना मुश्किल हो रहा है। खान-पान की गड़बड़ी, तनाव, अनियमित जीवनशैली और हार्मोनल इंबैलेंस समेत कई वजहें इसके लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। PCOS और थायराइड भी आपके लिए मां बनने की राह को मुश्किल कर सकता है।
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महिलाओं की कई आदतें भी उनकी फर्टिलिटी पर बुरा असर डालती हैं और प्रेग्नेंट होने में मुश्किल पैदा कर सकती हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि नेचुरली कंसीव (conceive) करने में हल्दी आपकी काफी मदद कर सकती है। कच्ची हल्दी के छोटे से टुकड़े को घिसकर इसे पानी में उबालें और इसे खाली पेट पिएं। यह शरीर में मौजद इंफ्लेमेशन को कम करती है। इससे वजन कम होने में मदद मिलती है, चेहरे की चर्बी कम होती है और PCOD के लक्षण भी रिवर्स हो सकते हैं।

खाली पेट हल्दी वाला पानी पीने से इंफ्लेमेशन कम होता है। शरीर में मौजूद सूजन, ओवरीज की कई दिक्कतों का कारण भी बन सकती है। ऐसे में हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आपकी मदद कर सकते हैं। अगर आप सुबह खाली पेट कच्ची हल्दी का पानी नहीं पी सकती हैं तो रात को सोते समय हल्दी वाला दूध पिएं। इससे भी फायदा होगा। हालांकि खाली पेट हल्दी वाला पानी ज्यादा फायदेमंद रहेगा। इससे फर्टिलिटी (conceive) में भी सुधार होता है।
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। यह हार्मोनल बैलेंस को भी सुधारता है। जिन महिलाओं को पीसीओएस या अनियमित पीरियड्स की समस्या है, उनके लिए हल्दी का सेवन फायदेमंद हो सकता है क्योंकि यह ओव्यूलेशन सुधारने में भी मदद करती है।
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