हेल्थ डेस्क। यदि आप ब्लड शुगर और डायबिटीज (diabetes) को नियंत्रण में रखना चाहते हैं तो मशरूम की नई प्रजाति खोज ली गई है। आपने अब तक कई प्रकार के मशरूम खाए होंगे… कभी आयस्टर, कभी वाइट बटन तो कभी शिटाके मशरूम। सब अच्छी हैं, लेकिन अब आई है मिल्की मशरूम। इसका नाम इसलिए मिल्की यानी कि दूधिया रखा गया है क्योंकि ये व्हाइट बटन मशरूम से भी सफेद है।
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यह बिल्कुल कड़वी नहीं है। उत्पादन परंपरागत किस्मों की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक होने की वजह से किसानों के लिए भी लाभकारी है। आपको बता दें कि इसमें कई औषधीय गुण होते हैं। ये हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। इसमें मौजूद फाइबर और बायोएक्टिव कंपाउंड ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। ये शाकाहारी लोगों के लिए प्लांट बेस्ड प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत है। कोलेस्ट्रोल, मधुमेह (diabetes) के लिए लाभकारी है।

एक साधारण 100 ग्राम मशरूम में विटामिन सी 8.60 मिलीग्राम जबकि विटामिन बी 3 या नाइसिन 5.85 मिलीग्राम होता है। नाइसिन भोजन को ऊर्जा में बदलता है। मशरूम उत्पादन में चीन व जापान के बाद भारत विश्व में तीसरा स्थान रखता है। अनुमान है कि अगले दो वर्षों में जापान को पीछे छोड़ देगा।
डायबिटीज (diabetes) के मरीजों के लिए यह खबर बड़ी राहत देने वाली है खासतौर पर जो दवाओं के साइड इफेक्ट से बचना चाहते हैं या शुगर को कंट्रोल करने के लिए प्राकृतिक उपाय तलाश रहे हैं। इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने बताया कि मशरूम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और बायोएक्टिव कंपाउंड ब्लड शुगर को स्थिर रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। अन्य मशरूमों से यह ज्यादा लाभकारी है। 30-35 डिग्री सेल्सियस तापमान पर इसे पैदा किया जाता है।
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