नई दिल्ली। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने बुधवार को पूजा खेडकर (Pooja Khedkar) की उम्मीदवारी रद्द कर दी। उन पर धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप थे। UPSC ने पाया कि पूजा खेडकर (Pooja Khedkar) ने नियमों का उल्लंघन किया है। इसलिए, उन्हें भविष्य की सभी परीक्षाओं और चयनों से रोक दिया गया है।
यह भी पढ़ें-पूजा खेडकर के खिलाफ UPSC ने दर्ज कराया केस, बर्खास्तगी की लटकी तलवार
सरकार ने एक बयान में कहा UPSC ने उपलब्ध रिकॉर्ड की सावधानीपूर्वक जांच की है और पाया है कि वह (Pooja Khedkar) CSE-2022 नियमों के प्रावधानों के विपरीत काम करने की दोषी हैं। CSE-2022 के लिए उनकी अनंतिम उम्मीदवारी (candidature) रद्द कर दी गई है और उन्हें UPSC की भविष्य की सभी परीक्षाओं /चयनों से स्थायी रूप से वंचित कर दिया गया है।
UPSC ने यह भी कहा कि केवल खेडकर (Pooja Khedkar) के मामले में ही वह उनके प्रयासों की संख्या का पता नहीं लगा सका। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने न केवल अपना नाम बदला बल्कि अपने माता-पिता का नाम भी बदल दिया। UPSC ने पुष्टि की कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) को और मजबूत करने की प्रक्रिया में है कि भविष्य में ऐसा मामला दोबारा न हो।
बयान में आगे कहा गया है कि पूजा (Pooja Khedkar) मनोरमा दिलीप खेडकर के मामले की पृष्ठभूमि में UPSC ने वर्ष 2009 से 2023 तक यानी 15 सालों से CSE के 15,000 से अधिक अंतिम रूप से रेकमेंडेड कैंडिडेट (candidates) के उपलब्ध आंकड़ों की पूरी तरह से जांच की है। यह देखा गया कि उन्होंने कितने प्रयासों का लाभ उठाया है। इस पूरी कवायद के बाद पूजा (Pooja Khedkar) मनोरमा दिलीप खेडकर के मामले को छोड़कर कोई अन्य उम्मीदवार CSE नियमों के तहत अनुमत से अधिक प्रयासों का लाभ उठाते हुए नहीं पाया गया है।
Tag: #nextindiatimes #PoojaKhedkar #UPSC