डेस्क। अमृतसर के मजीठा (Majitha) में जहरीली शराब (poisonous liquor) पीने से 17 लोगों की मौत हो गई। अवैध शराब के मामले में पंजाब सरकार (Punjab government) ने कड़ा रुख अपनाया है। इस बाबत अब तक कुल नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि एक शराब कांड (liquor scandal) के बाद जनपद से शासन तक हलचल मचती है लेकिन कुछ समय बाद स्थितियां फिर सामान्य हो जाती हैं।
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भारत में, कई ऐतिहासिक “शराब कांड” (liquor scandal) रहे हैं जिन्होंने देश को हिला दिया। इन्हीं में से कुछ जहरीले शराब कांड के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं; जो एक समय पर खासा चर्चा में रहे और पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
उत्तर प्रदेश शराब त्रासदी (2017, 2021):
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में 2017 में जहरीली शराब (poisonous liquor) पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा अलीगढ़ के टपपल और अकबराबाद इलाके में जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला 28 मई 2021 से शुरू होकर करीब एक हफ्ते तक चला। प्रशासन ने सिर्फ 35 मौत शराब पीने से मानी। हालांकि 105 से ज्यादा शवों का इस दौरान पोस्टमार्टम हुआ। इस मामले (liquor scandal) में संयुक्त आबकारी आयुक्त, उप आबकारी आयुक्त के अलावा पांच अन्य आबकारी अधिकारियों-कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया था।

बिहार शराब त्रासदी (1987):
जहरीली शराब (poisonous liquor) पीने से भागलपुर में भी कई लोगों को अपनी जिंदगी गंवानी पड़ी थी। बात 1987 की बात करें तो भागलपुर शहर में जहरीली शराब पीने से 24 लोगों की जान चली गई थी। जबकि तकरीबन 50 लोगों को अपने आंखों की रोशनी गंवानी पड़ गई थी। बुजुर्गों के अनुसार शहर में होली के दौरान जहरीली शराब कांड हुआ था। काफी दिनों तक भागलपुर का जहरीली शराब कांड (liquor scandal) देश-विदेशों में सुर्खियां बनी रही। लापरवाही के आरोप में पुलिस पदाधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई। इस घटना के बाद शराब माफियाओं के विरुद्ध अभियान चलाया गया। लेकिन कुछ दिनों के बाद ही पुलिसिया जोश धीरे-धीरे ठंडा पड़ते ही अवैध कारोबार फलने-फूलने लगा।
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