नई दिल्ली। भारतीय शेयर बाजार (Stock market) में दीवाली की छुट्टी के बाद सोमवार को भारी गिरावट दिखी। दोनों प्रमुख सूचकांक- सेंसेक्स और निफ्टी (Nifty) शुरुआती कारोबार में ही डेढ़ फीसदी (Share Market Crash) से अधिक गिर गए। सभी सेक्टर के शेयरों में बड़ी गिरावट दिखी। सबसे बड़ा झटका अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की रिलायंस (Reliance) इंडस्ट्रीज को लगा।
यह भी पढ़ें-फिर लाल निशान पर शेयर बाजार; निफ्टी 24400 के नीचे, सेंसेक्स का ऐसा हाल
एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) भी 417 अंक टूटकर 23,885 अंक पर ट्रेड कर रहा है। इस बड़ी गिरावट के चलते निवेशकों को आज अब तक करीब 7 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है, जबकि अक्टूबर महीने में करीब 30 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति डूब चुकी है। आइए जानते हैं कि शेयर मार्केट (Stock market) में इस भारी गिरावट की क्या वजह है।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के बीच आगामी चुनाव ने वैश्विक बाजार में अस्थिरता पैदा की है। इलेक्शन रिजल्ट्स का असर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों और ब्याज दरों पर पड़ सकता है, जो भारतीय बाजारों को भी एफेक्ट कर सकता है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वी. के. विजयकुमार के अनुसार, अमेरिकी चुनाव के परिणामों को लेकर बाजार (Stock market) में निकट भविष्य में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
7 नवंबर को अमेरिकी फेडरल रिजर्व पॉलिसी मीटिंग होने वाली है। इस बैठक में संभावित ब्याज दरों में बदलाव को लेकर संशय ने इन्वेस्टर्स को बेचैन कर दिया है, जिससे बाजार पर दबाव बना हुआ है। अगर ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ती है तो इससे इन्वेस्टर्स का व्यवहार बदल सकता है। दूसरी तिमाही में कई दिग्गज कंपनियों के परिणाम खराब रहे हैं, जिससे बाजार (Stock market) में नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। विश्लेषकों का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025 में निफ्टी की प्रति शेयर आय (EPS) वृद्धि 10% से कम रह सकती है, जिससे अभी की इवैल्यूएशन को बनाए रखना मुश्किल हो जाएगा।
Tag: #nextindiatimes #Stockmarket #Nifty #Sensex