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Thursday, October 9, 2025

तो ऐसे आया James Bond का आइडिया, पढ़ें क्या है 007 कोड का मतलब?

एंटरटेनमेंट डेस्क। James Bond एक फिक्शनल जासूस कैरेक्टर है, जिसे ब्रिटिश राइटर इयान फ्लेमिंग ने 1953 में बनाया था। इयान फ्लेमिंग ब्रिटिश नेवी इंटेलिजेंस में कार्य कर चुके थे और उन्होंने अपने एक्सपीरियंस और इमजिनेशन से जेम्स बॉन्ड की कहानी लिखनी शुरू की।

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फ्लेमिंग को अपने जासूसी जीवन के दौरान कई असली जासूसों से मिलने का मौका मिला। इन अनुभवों और कई नॉवेल को पढ़ने के बाद उन्हें ये मैजिकल आइडिया सूझा और उन्होंने एक साहसी और स्मार्ट जासूस को दुनिया के सामने पेश किया। सबसे पहले उन्होंने 1953 में एक नॉवेल कैसिनो रॉल में जेम्स बॉन्ड के किरदार को लिया।

इसी में बॉन्ड को ‘007’ कोड नंबर मिला, जिसमें ’00’ का मतलब है मृत्यु का अधिकार और 7 उनकी रैंक है। इसके साथ जेम्स बॉन्ड M16 के साथ कोडनेम 007 के तौर पर ब्रिटिश सीक्रेट एजेंट के रूप में काम करता है। दिलचस्प बात ये है कि जेम्स बॉन्ड नाम उन्होंने अमेरिकी पक्षी विज्ञानी जेम्स बॉन्ड की किताब से लिया क्योंकि उन्हें ये नाम अच्छा लगा।

1962 में पहली बॉन्ड फिल्म Dr. No आई। इसके बाद यह कैरेक्टर दुनियाभर में मशहूर हो गया। फिल्म में शॉन कॉनरी ने जेम्स बॉन्ड का किरदार निभाया जिसे एक आकर्षक, चालाक, हैंडसम, तगड़े और महिला के बीच लोकप्रिय किरदार के रूप में दिखाया गया। उसकी पहचान—शराब (मार्टिनी), तेज कारें, गॅजेट्स, और अमीर विलेन से लड़ने के रूप में हुई। इस किरदार को लोगों ने खूब पसंद किया। पहली फिल्म से मशहूर होने के बाद जेम्स बॉन्ड पर 25 फिल्में बन चुकी हैं। लेकिन अभी भी दर्शकों के साथ-साथ फिल्म मेकर्स का इस कैरेक्टर को लेकर क्रेज खत्म नहीं हो रहा है। बॉन्ड फिल्में अपने साउंडट्रैक समेत कई बेहतरीन चीजों के लिए जाना जाता है।

Tag: #nextindiatimes #Hollywood #JamesBond

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