नई दिल्ली। हिंडनबर्ग (Hindenburg) रिसर्च ने शनिवार रात एक रिपोर्ट में सेबी प्रमुख माधबी पुरी और उनके पति धवल बुच पर कथित अडानी (Adani) घोटाले के कनेक्शन का आरोप लगाया था। हालांकि दंपती ने रिपोर्ट को बेबुनियाद बताया है। दरअसल शनिवार देर रात आई रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि कथित अदाणी (Adani) धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल किए गए अस्पष्ट ऑफशोर फंड में दंपती की हिस्सेदारी थी।
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अमेरिका (US) की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग (Hindenburg) रिसर्च ने डॉक्यूमेंट्स का हवाला देते हुए कहा कि बुच और उनके पति के पास एक ऐसे ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी जिसमें गौतम अडानी (Adani) के भाई विनोद अडानी द्वारा बड़ी मात्रा में पैसा निवेश किया गया था। विनोद अडानी अडानी समूह (Adani Group) की कंपनियों के अध्यक्ष हैं। अपनी रिपोर्ट में हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने बुच दंपति पर कई आरोप लगाए हैं। एक आरोप में दावा किया गया है कि जिस कंपनी में माधबी की बड़ी हिस्सेदारी है, उस कंपनी की सालाना कमाई माधबी की सालाना सैलरी से कई गुना ज्यादा है।
हिंडनबर्ग (Hindenburg) रिसर्च के आरोपों के बाद अब माधबी और उनके पति का बयान सामने आया है। इन्होंने एक जॉइंट स्टेटमेंट (statement) जारी कर हिंडनबर्ग (Hindenburg) रिसर्च के इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। बुच दंपत्ति ने अपने बयान में कहा कि 10 अगस्त को हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने हमारे खिलाफ जो आरोप लगाए हैं, वे पूरी तरह गलत और बेबुनियाद हैं।
हिंडनबर्ग (Hindenburg) रिसर्च के इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारा जीवन और वित्तीय स्थिति एक खुली किताब है। अगर अथॉरिटी किसी डॉक्यूमेंट (document) की मांग करती है तो हम उसे पूरा करेंगे। स्टेटमेंट में कहा गया है कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिसके खिलाफ सेबी (SEBI) ने एक्शन लिया और कारण बताओ नोटिस (notice) भेजा, वो इसके जवाब में गलत आरोप लगा रहा है।
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