नागपुर। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की नागपुर में आयोजित रैली को लेकर सियासी घमासान मच गया है। कांग्रेस ने नागपुर (Nagpur) के सुरेश भट सभागार में संविधान (Constitution) सम्मान सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी शामिल हुए। इस सम्मेलन में कांग्रेस (Congress) ने संविधान की एक विशेष किताब, जिसे ‘लाल किताब’ नाम दिया गया, वितरित की।
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हालांकि इस किताब को लेकर BJP ने गंभीर आरोप लगाए हैं और इसे संविधान का अपमान करार दिया है। बीजेपी का दावा है कि इस किताब के भीतर कोई असली संविधान नहीं था, बल्कि यह सिर्फ एक खाली नोटपैड था। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की रैली में जो किताबें बांटी गईं, उन किताबों का कवर डिजाइन भारतीय संविधान की प्रति से मिलता-जुलता था।
इन किताबों के कवर पर ‘Constitution of India’ लिखा हुआ था। लेकिन जब किताबों को खोला गया तो सामने आया कि पहले पृष्ठ पर तो संविधान का प्राक्कथन (प्रींबल) लिखा था, लेकिन बाकी पृष्ठ पूरी तरह से खाली थे। यह किताब नोटपैड जैसी दिखती थी, जिसमें केवल खाली पन्ने थे। यह देख, BJP ने कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधते हुए कहा कि यह भारतीय संविधान (Constitution) का अपमान है। BJP ने यह सवाल उठाया कि जब इस किताब को संविधान का प्रतीक बताया जा रहा था, तो उसके अंदर के पन्ने क्यों खाली थे?
BJP के नेता इस पर तीखी आलोचना करते हुए कह रहे थे कि कांग्रेस (Congress) संविधान को महज एक प्रतीक के रूप में इस्तेमाल कर रही है, जैसे किसी नोटपैड का उपयोग किया जाता है। पार्टी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने इस रैली में एक खाली नोटपैड को संविधान के रूप में पेश किया और यह केवल एक राजनीतिक हथकंडा था, ताकि संविधान की महत्ता को कम किया जा सके।
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