हेल्थ डेस्क। सिरदर्द, जोड़ों का दर्द या सर्जरी के बाद का दर्द, ये सभी तरह के दर्द में तुरंत आराम पाने के लिए ज्यादातर महिलाएं पेनकिलर (pain killers) का सहारा लेते हैं। ये सचमुच दर्द को कुछ ही मिनटों में कम कर सकती हैं और इसी वजह से इनका इस्तेमाल तेजी से बढ़ता जा रहा है। सवाल यह है कि क्या पेनकिलर का बार-बार या लंबे समय तक इस्तेमाल करना सुरक्षित है?
यह भी पढ़ें-आंखों के लिए भी खतरा बन सकता है हाई ब्लड प्रेशर, जा सकती है रोशनी
दर्द को कंट्रोल करना हमारी सेहत के लिए जरूरी होता है। कम समय के लिए पेनकिलर (pain killers) लेने से हम अपने रोजमर्रा के काम फिर से कर पाते हैं और जिंदगी आसान हो जाती है। अर्थराइटिस जैसी बीमारियों या सर्जरी के बाद इन दवाओं की जरूरत अक्सर पड़ती है। अगर इन्हें सही मात्रा और सही समय तक लिया जाए तो ये सुरक्षित होती हैं।

जब हम डॉक्टर की सलाह के बिना या बताई गई मात्रा से ज्यादा पेनकिलर (pain killers) लेते हैं, तो कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। लगातार दवाएं लेने से लिवर और किडनी पर बुरा असर पड़ सकता है। इन दवाओं से किडनी के सेल्स को नुकसान होता है, जिससे धीरे-धीरे किडनी के फंक्शन कमजोर होने लगते हैं।
पेनकिलर ज्यादा समय तक लेने से पेट में एसिडिटी, अल्सर या खून बहने की समस्या हो सकती है। कुछ लोग हल्के दर्द के लिए भी इन दवाओं पर निर्भर हो जाते हैं, जिससे यह एक बुरी आदत बन जाती है। इन दवाओं को रेगुलर लेने से शरीर में छिपी हुई गंभीर बीमारियां सामने नहीं आ पातीं, जिनका इलाज कराना बहुत जरूरी होता है। दवा कंपनियां अपनी दवाइयां सुरक्षित और असरदार बनाती हैं लेकिन इनका सही इस्तेमाल करना हमारी खुद की जिम्मेदारी है।
Tag: #nextindiatimes #painkillers #health