डेस्क। 23 दिसंबर शनिवार को हिंद महासागर में करीब 200 समुद्री मील दूर पोरबंदर तट (Porbandar coast) के पास एक व्यापारिक जहाज (ship) पर संदिग्ध ड्रोन (drone) हमला हुआ। इसे लेकर अब अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन (Pentagon) ने बड़ा दावा किया है।
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पेंटागन (Pentagon) के सूत्रों के हवाले के बताया गया भारत आ रहे जिस तेल टैंकर पर ड्रोन (drone) से हमला किया गया, उसे ईरान से लॉन्च किया गया था। जिससे लाइबेरिया का झंडा लहरा रहे जहाज (ship) के एक हिस्से में आग लग गई। हालांकि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है।
पेंटागन (Pentagon) के एक प्रवक्ता ने बताया कि जहाज पर 200 समुद्री मील (लगभग 370 किलोमीटर) दूर गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के वेरावल के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में ईरान के एक ड्रोन द्वारा हमला किया गया था। पेंटागन (Pentagon) के सूत्रों ने कहा कि 2021 के बाद से व्यापारिक जहाज (ship) पर यह सातवां ईरानी हमला था। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों ने इजराइल-हमास युद्ध के बीच लाल सागर में जहाजों पर हमले तेज कर दिए हैं।
बताया जा रहा है कि यह हमला शनिवार सुबह 10 बजे हुआ। पेंटागन ने कहा है, ‘अमेरिकी सेना इस जहाज (ship) से संचार माध्यम से जुड़ी हुई है। यह भारत में एक मंजिल की ओर बढ़ रहा है। इस इजराइली व्यापारिक जहाज (ship) का स्वामित्व एक जापानी कंपनी के पास है। पेंटागन (Pentagon) के बयान में कहा गया है कि एमवी केम प्लूटो जहाज लाइबेरिया के झंडे के साथ चल रहा था।
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