भुवनेश्वर। ओडिशा में बीजू जनता दल (BJD) की करारी हार के बाद नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) के करीबी वी के पांडियन (VK Pandian) राजनीति छोड़ने का फैसला किया है। पांडियन (VK Pandian) ने राजनीति से संन्यास ऐसे वक्त पर लिया है जब बीजेडी राज्य में 24 साल बाद सत्ता से बाहर हुई।
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एक दिन पहले ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) ने पांडियन (VK Pandian) की काफी तारीफ की थी। उन्हाेंने कहा था कि उन्होंने एक अफसर के तौर पर बहुत अच्छा काम किया। पटनायक ने कहा था कि पांडियन ने राज्य के लोगों को दो तूफानों से बचाया। उन्होंने कोविड 19 के वक्त पर बहुत अच्छा काम किया। ओडिशा विधानसभा चुनावों में पांडियन (VK Pandian) विपक्ष के निशाने पर रहे थे। बीजेपी (BJP) ने पांडियन को लेकर बीजेडी (BJD) पर निशाना साधा था।

2000 बैच के पूर्व आईएएस (IAS officer) अफसर वी के पांडियन (VK Pandian) वीआरएस लेकर राजनीति में आ गए थे। 2019 में जब बीजेडी (BJD) ने राज्य में जीत हासिल की थी तो उसमें पांडियन (VK Pandian) की बड़ी भूमिका मानी गई थी। 2024 चुनावों के पहले विपक्ष की तरफ उन्हें सुपर सीएम बताया गया था। बीजेडी के मुख्य कैंपेनर और चुनाव रणनीतिकार बने पांडियन (VK Pandian) ने अब राजनीति से सन्यास का ऐलान कर दिया है।
उन्होंने अपने वीडियो मैसेज में कहा है कि वह राजनीति में सिर्फ और सिर्फ नवीन बाबू को सहयोग करने के लिए आए थे। बीजेपी (BJP) जनता दल से जुड़े लाखों लोगों का वह धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। पांडियन (VK Pandian) ने यह कहा कि उनके बारे में झूठे कैंपेन चलाए गए। पांडियन (VK Pandian) ने यह भी कि उनसे कभी कोई गलती हुई हो तो माफ करें।
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