महाराष्ट्र। महाराष्ट्र (Maharashtra) के नांदेड़ और परभणी जिलों में प्रसाद (Prasad) खाने से करीब 1,500 लोग बीमार पड़ गये। सभी को अस्पतालों (hospital) में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने प्रसाद (Prasad) के नमूने प्रयोगशाला भेज दिये हैं। पुलिस के मुताबिक, नांदेड़ जिले के लोहा तहसील स्थित कोष्टावाड़ी में संत बालुमामा की पालकी समारोह का आयोजन किया गया था।
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मंगलवार की रात आरती के बाद भंडारा हुआ। कल एकादशी थी इसलिए भक्तों को महाप्रसाद (Prasad) परोसा गया। प्रसाद (Prasad) खाने के बाद लोगों को उल्टी (vomiting), जी मिचलाना और चक्कर आने लगे। इस कार्यक्रम में सावरगांव, कोष्टवाडी, हरनवाडी, पेंडू, सदलापुर गांव के नागरिक आये।
प्रभावित लोगों को उपलब्ध वाहनों से लोहा के सरकारी एवं निजी अस्पतालों (hospital) में भर्ती कराया गया। कुछ मरीजों को नांदेड़ के सरकारी अस्पताल (government hospital) में भर्ती कराया गया। नांदेड़ जिला अस्पताल के डॉ. नीलकंठ भोसिकर ने कहा कि मरीजों का इलाज किया जा रहा है। फूड प्वाइजनिंग (food poisoning) के सभी मरीजों की हालत स्थिर है।
इसी तरह परभणी जिले के सोना गांव में साप्ताहिक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान रात में करीब 500 ग्रामीणों को महाप्रसाद (Prasad) बांटा गया। महाप्रसाद (Prasad) खाने के बाद ग्रामीणों को उल्टी होने लगी। घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर रघुनाथ गावड़े डॉक्टरों के साथ पहुंचे। इनमें से कुछ को इलाज के लिए जिला अस्पताल (hospital) में भर्ती कराया गया। जिला कलेक्टर रघुनाथ गावड़े ने बताया कि ग्रामीणों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
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