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Monday, August 18, 2025

उमस वाली गर्मी बना सकती है आपको बीमार, इन तरह रखें खुद का ख्याल

लाइफस्टाइल डेस्क। मानसून (monsoon) में उमस भरी गर्मी (Humid heat) सबसे ज्‍यादा परेशान करती है। पसीना, चिपचिपाहट और थकान के कारण न केवल रूटीन बि‍गड़ता है, बल्कि सेहत पर भी असर पड़ सकता है। ऐसे मौसम में छोटे-बड़े सभी लोगों के ल‍िए परेशानी हो जाती है। अक्‍सर देखा जाता है कि इस तरह का मौसम शरीर की एनर्जी को कम कर देता है और लोग जल्‍दी थकान या कमजोरी महसूस करने लगते हैं।

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उमस वाली गर्मी (Humid heat) में बाहर निकलना तो मुश्किल होता ही है, घर के अंदर भी कंफर्टेबल रहना मुश्किल होता है। इस मौसम में ह्रयूम‍िड‍िटी और गर्मी एक साथ महसूस होने से थकान या सुस्‍ती हो सकती है। कई बार लोगों को बुखार भी आ सकता है। इसके अलावा मौसम का असर मूड पर भी पड़ता है। कई बार तनाव और ड‍िप्रेशन जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।

इसके अलावा उल्‍टी, जी म‍िचलाना या घबराहट जैसे लक्षण भी महसूस होते हैं। इस दौरान फूड पॉइजनिंग का खतरा भी बढ़ जाता है। इस मौसम में स्‍ट्रीट फूड खाने से परहेज करना चाह‍िए। उमस वाली गर्मी स्‍क‍िन पर भी बुरा असर डालती है। स्‍क‍िन में रैशेज और प‍िंपल्‍स की समस्‍या होना ताे आम बात है।

इन समस्याओं से बचाव के लिए पूरे दिन थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पिएं ताकि शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाया जा सके। कॉटन के और ढीले कपड़े ही पहनें, जिससे पसीना आसानी से सूख सके। उमस भरी गर्मी में बैक्‍टीरिया जल्‍दी पनपते हैं, इसलिए पर्सनल हाइजीन का ख्‍याल रखें। धूप और उमस (Humid heat) से थकान बढ़ती है, इसलिए अच्‍छी नींद लें और आराम करें। हल्‍की-फुल्‍की एक्‍सरसाइज या वाक जरूर करें। इससे आपका शरीर एक्टिव बना रहेगा।

Tag: #nextindiatimes #Humidheat #health

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