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Friday, November 22, 2024

DRDO ने स्वदेशी क्रूज मिसाइल का किया सफल परीक्षण, जानें इसकी खासियतें

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भुवनेश्वर। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानी डीआरडीओ (DRDO) ने गुरुवार को एक और सफलता हासिल कर ली है। डीआरडीओ (DRDO) ने ओडिशा के तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज (Integrated Test Range) चांदीपुर से स्वदेशी प्रौद्योगिकी क्रूज मिसाइल (cruise missile) का सफल परीक्षण किया है।

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ओडिशा (Odisha) के तट से दूर चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) से आज स्वदेशी तकनीक से बनी क्रूज़ मिसाइल (ITCM) का सफल परीक्षण किया गया। यह लंबी दूरी की सबसॉनिक क्रूज़ मिसाइल (cruise missile) है, जो पूरी तरह से स्वदेशी प्रणोदन प्रणाली द्वारा संचालित होती है। ITCM के सफल परीक्षण के बाद अब इसे भारतीय सेना (Indian Army) में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इससे भारत की रक्षा तैयारियों को और मजबूती मिलेगी और देश की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

ITCM का सफल परीक्षण भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और यह देश की रक्षा क्षमता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह भारतीय वैज्ञानिकों और इंजीनियरों (engineers) की क्षमता का प्रमाण है और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में एक महत्वपूर्ण योगदान है। भारत ने इसी महीने 4 अप्रैल को ओडिशा अपतटीय क्षेत्र में एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम नयी पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल (missile) ‘अग्नि-प्राइम’ का सफल परीक्षण किया था। अग्नि-पांच मिसाइल (Agni-V missile) की मारक क्षमता 5,000 किमी तक है। मिसाइल की जद चीन (China) के उत्तरी भाग समेत लगभग पूरे एशिया और साथ ही यूरोप के कुछ क्षेत्रों तक है।

वहीं अग्नि-1 से अग्नि-4 श्रेणी की मिसाइलों (missile) की मारक क्षमता 700 किमी से 3,500 किमी तक है और इन्हें पहले ही तैनात किया जा चुका है। इस परीक्षण के बाद भारत ऐसी क्षमता रखने वाले देशों के विशिष्ट समूह में शामिल हो गया। भारत पृथ्वी की वायुमंडलीय सीमा के अंदर और बाहर किसी शत्रु की तरफ से आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों (missile) को रोकने की क्षमता विकसित कर रहा है।

Tag: #nextindiatimes #missile #DRDO

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