लाइफस्टाइल डेस्क। गठिया (arthritis) एक ऐसी बीमारी है जो जोड़ों में सूजन, दर्द और अकड़न का कारण बनती है। यह समस्या उम्र बढ़ने के साथ अधिक आम हो जाती है,लेकिन अब यह युवाओं को भी तेजी से प्रभावित कर रही है। गठिया के कई प्रकार होते हैं, जिनमें रुमेटॉइड आर्थराइटिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस और गाउट प्रमुख हैं।
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अगर इसके लक्षणों की अनदेखी की जाए तो यह न केवल चलने-फिरने में बाधा बनती है, बल्कि स्थायी विकलांगता और असहनीय दर्द का कारण भी बन सकती है। अगर किसी जोड़ में बार-बार या लगातार दर्द बना रहता है, खासकर हाथ, घुटने, टखने या कंधों में, तो यह गठिया का शुरुआती लक्षण हो सकता है।
जोड़ों में हल्की से लेकर गंभीर सूजन गठिया की शुरुआत का संकेत देती है। यह सूजन स्पर्श करने पर दर्दनाक हो सकती है। सुबह उठने के बाद जोड़ों में अकड़न महसूस होना और उनका आसानी से न हिलना गठिया का आम लक्षण है। सूजन के साथ जोड़ों में गर्मागट और लालिमा महसूस होना, गठिया के कारण सूजन के बढ़ते लेवल को दर्शाता है। अगर सामान्य गतिविधियों जैसे चलना, झुकना या वजन उठाने में तकलीफ हो रही हो, तो यह जोड़ों की कमजोरी का संकेत हो सकता है।

गठिया में शरीर की इम्यून प्रणाली एक्टिव रहती है, जिससे व्यक्ति को थकावट जल्दी महसूस होती है। कभी-कभी गठिया में हल्का बुखार और पूरे शरीर में दर्द जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं, जो इन्फेक्शन या सूजन से जुड़े होते हैं। बिना किसी कारण के वजन घटना, खासकर रुमेटॉइड गठिया में आम बात है। गंभीर गठिया में जोड़ टेढ़े-मेढ़े होने लगते हैं, जिससे अंगों की सामान्य बनावट प्रभावित होती है। जोड़ों की मूवमेंट में रुकावट या सीमित होना गठिया की गंभीरता को दर्शाता है।
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