वाशिंगटन। अमेरिकी के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। ट्रंप (Donald Trump) ने कहा है कि अप्रवासी (immigrants) हमारे देश अमेरिका के खून में जहर घोल रहे हैं, इनको बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
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शनिवार को न्यू हैम्पशायर (America) के डरहम में एक रैली में बोलते हुए ये रिपब्लिकन पार्टी के नेता ने ये बात कही है। ट्रंप (Donald Trump) की इस टिप्पणी को उनके राजनीतिक विरोधियों ने भड़काऊ और विभाजनकारी भाषा कहते हुए आलोचना की है। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने ट्रंप के इस बयान को नाजी विचारधारा से प्रेरित और अप्रवासियों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देने वाला कहा है।
ट्रंप (Donald Trump) ने अप्रवासियों के लिए कहा, वे पूरी दुनिया में मानसिक संस्थानों और जेलों में जहर घोलते हैं, न केवल दक्षिण अमेरिका में बल्कि पूरी दुनिया में। वे हमारे देश में, अफ्रीका से, एशिया से, पूरी दुनिया से आ रहे हैं। ट्रंप (Donald Trump) ने कहा कि रिकॉर्ड संख्या में अवैध रूप से अमेरिकी सीमा के अंदर लोग आ रहे हैं, इन पर लगाम लगाया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर वह आना वाले चुनावों में राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो बिना दस्तावेज वाले अप्रवासियों (immigrants) पर पर नकेल कसेंगे। ट्रंप लोगों को राष्ट्रपति रहते हुए कई इस्लामी और अफ्रीकी देशों के लोगों के अमेरिका (America) आने पर रोक के अपने फैसले को भी याद दिला रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने पहले अक्टूबर में भी इसी तरह की टिप्पणी की थी, जब उन्होंने अमेरिकी समाज के उन वर्गों को कीड़े जैसा कहा था जो उन्हें नापसंद थे। ट्रंप ने कम्युनिस्टों, मार्क्सवादियों को जड़ से उखाड़ने की कसम खाते हुए कहा था कि ये हमारे देश के भीतर के कीड़ों की तरह हैं, जो झूठ बोलते हैं, चोरी करते हैं और चुनावों में धोखाधड़ी करते हैं। ट्रंप की टिप्पणी की राष्ट्रपति जो बाइडेन ने निंदा करते हुए कहा था कि उनकी भाषा वही है, जो नाजी जर्मनी में इस्तेमाल होती थी।
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