डेस्क। हयूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV Virus) के देश में मामले सामने आने के बाद हिमाचल प्रदेश में सतर्कता बढ़ा दी गई है। सरकार (government) के निर्देशों के तहत स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने सभी अस्पतालों में सर्दी, खांसी, बुखार और कफ के गंभीर लक्षण वाले मरीजों के आरटीपीसीआर टेस्ट (RTPCR test) करवाने को कहा है। साथ ही विशेष लैब शुरू करने की तैयारी है, जिसमें संक्रमण की पुष्टि नहीं होने पर अन्य टेस्ट होंगे।
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स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने अस्पताल प्रशासन को इन्फ्लूएंजा और गंभीर तीव्र श्वसन के संबंधित रोगियों की निगरानी रखने को कहा है। बाहरी राज्यों से हिमाचल आने वाले लोगों पर भी नजर रखने के निर्देश दिए हैं। अस्पतालों में ऐसे रोगियों के लिए अलग वार्ड की व्यवस्था करने को कहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि यह एक सामान्य वायरस (HMPV Virus) है, जिससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। इस वायरस से इंफेक्शन (Infections) देश में पहले भी होते रहे हैं।
सर्दी-बुखार, शुरुआत में बलगम व बाद में लंबे समय तक सूखी खांसी इसके (HMPV Virus) लक्षण हैं। प्रारंभिक अवस्था में सही उपचार (treatment) से इसे फेफड़े तक पहुंचने से रोक सकते हैं। यदि लंबे समय तक सूखी खांसी, सांस लेने में कठिनाई हो तो यह निमोनिया व ब्रोंकियोलाइटिस का कारण बन सकता है।
ठंड के मौसम में रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन के ज्यादा मामले देखे जाते हैं, इसलिए अगर एचएमपीवी (HMPV Virus) के सामान्य फ्लू जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं तो पैनिक करने से बचें। जितना हो सके बचाव करें क्योंकि यही इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है। घर में छोटा बच्चा है तो खास सावधानी बरतें। बचाव के लिए साफ-सफाई रखें और बार-बार हाथ धोएं। इसके अलावा भीड़ में जाने से बचें। अपनी डाइट को बेहतर बनाए ताकि इम्यून सिस्टम (immune system) मजबूत बने।
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