लखनऊ। कांग्रेस (Congress) पार्टी के विधानसभा (assembly) घेराव के ऐलान के बाद कांग्रेसी नेताओं का लखनऊ (Lucknow) पहुंचना शुरू हो गया है। इस दौरान उन्हें रोकने के लिए जिलों में कांग्रेस नेताओं को हाउस अरेस्ट (house arrest) किया जा रहा है और जगह-जगह बैरीकेडिंग कर दी गई है। वहीं, लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय के बाहर आरएएफ (Rapid Action Force) के जवानों की तैनाती कर दी गई है।
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उधर कांग्रेस (Congress) के विधानसभा (assembly) घेराव के ऐलान के बाद सरकार अलर्ट पर है। पुलिस ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय, महासचिव संगठन अनिल यादव, दिनेश सिंह सहित दो दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं को हाउस अरेस्ट में रखा है। साथ ही सभी नेताओं को पुलिस ने नोटिस जारी कर घरों में रहने को कहा है। इतना ही नहीं प्रदेश के कई जिलों से लखनऊ (Lucknow) पहुंचने की कोशिश कर रहे कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ताओं को भी रोका गया है।
कांग्रेस (Congress) के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय (Ajay Rai) ने कहा कि यहां नुकीली बैरीकेडिंग की गई है। ये ‘भाले’ हमारे कार्यकर्ताओं को गंभीर चोट पहुंचाएंगे। ऐसा पहली बार हो रहा है। ये सरकार हमारे कार्यकर्ताओं को मारना चाहती है। गाजीपुर (Ghazipur) बॉर्डर पर हमारे कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा है लेकिन हम इस सबके बाद भी विधानसभा में प्रवेश करेंगे। इस बीच पुलिस ने प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, निवर्तमान प्रदेश महासचिव संगठन अनिल यादव, दिनेश सिंह सहित दो दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं को नोटिस (notice) भेजा है। इन नेताओं के घर पर शाम से ही पुलिस का पहरा लगा दिया है।
पुलिस की ओर से भेजे नोटिस (notice) में कहा गया है कि विधानसभा (assembly) का तृतीय सत्र चल रहा है। इसमें घेराव से कानून व्यवस्था व विशिष्ट लोगों की सुरक्षा व्यवस्था के लिये गम्भीर खतरा पैदा हो सकता है। इसलिए निषेधाज्ञा अन्तर्गत धारा-163 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता प्रभावी है। ऐसे में कोई घेराव, धरना व शांति व्यवस्था भंग करने का प्रयास किया जाता है तो आपके विरुद्ध नियमानुसार कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
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