नई दिल्ली। दिल्ली (Delhi) सरकार में समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद (Rajkumar Anand) ने बुधवार को मंत्री (politics) पद और आम आदमी पार्टी (AAP) से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा, ‘मुझे कहीं से भी ऑफर नहीं मिला हैं।’ बताया जा रहा है कि राजकुमार आनंद (Rajkumar Anand) भ्रष्टाचार पर अपनी पार्टी (AAP) के रुख से खुश नहीं हैं।
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उन्होंने कहा, ‘मैं आज बहुत व्यथित हूं। राजनीति (politics) बदलेगी तो देश बदलेगा। आम आदमी पार्टी (AAP) का जन्म भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से हुआ था। आज ये पार्टी खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फंस चुकी है। मेरे लिए मंत्री (minister) पद पर रहकर इस सरकार में काम करना असहज हो गया है। इसलिए मैं मंत्री (minister) पद और पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं, क्योंकि मैं इन भ्रष्ट आचरणों में अपना नाम नहीं जुड़वाना चाहता हूं।’

राजकुमार (Rajkumar Anand) ने कहा कि AAP में दलित विधायकों या पार्षदों का कोई सम्मान नहीं होता है। दलितों को प्रमुख पदों पर जगह नहीं दी जाती है। मैं बाबा साहब अंबेडकर के सिद्धांत पर चलने वाला व्यक्ति हूं। अगर दलितों के लिए ही काम नहीं कर पाया तो फिर पार्टी में रहने का कोई मतलब नहीं है। बता दें पिछले साल नवंबर में ED ने राजकुमार आनंद (Rajkumar Anand) के घर पर कस्टम केस में 22 घंटे तक छापा मारा था।
राजकुमार आनंद (Rajkumar Anand) साल 2020 में पहली बार पटेल नगर सीट से विधायक (MLA) बने थे। इससे पहले उनकी पत्नी वीना आनंद भी इसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक (MLA) रह चुकी हैं। वह जाटव समुदाय से आते हैं। राजकुमार आनंद (Rajkumar Anand) को 2022 में राजेंद्र पाल गौतम के इस्तीफे के बाद केजरीवाल सरकार में मंत्री (minister) बनाया गया था। समाज कल्याण विभाग संभाल रहे राजेंद्र ने कथित तौर पर धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोपों के बीच अपने पद से इस्तीफा दिया था।
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