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Sunday, December 22, 2024

आज से शुरू हुई गुप्त नवरात्रि, जानिए क्या है महत्व

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नई दिल्ली। नवरात्र (Navratri) को सबसे शुभ दिनों में से एक माना जाता है, जब साधक देवी दुर्गा की पूजा करते हैं। नवरात्र (Navratri) का शाब्दिक अर्थ है देवी को समर्पित नौ पवित्र रातें। साल में चार बार नवरात्रि आती हैं, चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) और शारदीय नवरात्रि प्रसिद्ध हैं और अन्य दो गुप्त हैं इसलिए इसे गुप्त नवरात्रि के नाम से जाना जाता है।

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गुप्त नवरात्रि (Navratri) में मां दुर्गा के भक्त 9 दिनों तक बेहद गुप्त तरीके से शक्ति साधना व तंत्र सिद्धि करते हैं। गुप्त नवरात्रि को गुप्त साधना और विद्याओं की सिद्धि के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। देवी भागवत महापुराण में मां दुर्गा (Maa Durga) की पूजा के लिए चार नवरात्रियों का जिक्र किया गया है। माघ महीने (Magh month) के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक गुप्त नवरात्रि (Navratri) मनाई जाती है। इस साल माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत आज यानी शनिवार 10 फरवरी से हो रही है जबकि समापन रविवार 18 फरवरी 2024 को है।

गुप्त नवरात्रि (Navratri) के नौ दिनों में तांत्रिक और अघोरी मां दुर्गा की आधी रात गुप्त तरीके से पूजा करते हैं। मां दुर्गा (Maa Durga) की प्रतिमा स्थापित कर लाल रंग का सिंदूर और लाल चुनरी अर्पित की जाती है। इसके बाद मां के चरणों में पूजा सामग्री अर्पित की जाती है। मां दुर्गा (Maa Durga) को लाल पुष्प चढ़ाना शुभ माना जाता है। सरसों के तेल से दीपक जलाकर ‘ॐ दुं दुर्गायै नमः’ मंत्र का जाप किया जाता है।

गुप्त नवरात्र (Navratri) में मां दुर्गा की 10 महाविद्याओं की गुप्त रूप से ही साधना की जाती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है, इसलिए इसे गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri) कहा जाता है। इनमें 9 दिन तक मां दुर्गा (Maa Durga) की तंत्र साधना व तंत्र सिद्धि की जाती है। शास्त्रों के अनुसार इन दिनों मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने से सभी प्रकार के दुख दूर हो जाते हैं और घर में सुख समृद्धि बनी रहती है। हर युग में नवरात्रि (Navratri) का अपना अपना महत्व रहा है। सतयुग में चैत्र मास (Chaitra month) की नवरात्रि का अधिक प्रचलन था, वहीं त्रेतायुग में आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि का, द्वापर युग में माघ मास की गुप्त नवरात्रि (Navratri) और कलयुग में अश्विन और शारदीय नवरात्रि को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।

Tag: #nextindiatimes #Navratri #MaaDurga #religion

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