लाइफस्टाइल डेस्क। अल्कोहल बेस्ड होने की वजह से पहले लोग जहां फेस टोनर (toner) का इस्तेमाल करने से बचते थे, वहीं यह अब यह लोगों के स्किन केयर का अहम हिस्सा बन गया है। अब अल्कोहल बेस्ड टोनर लेने की मजबूरी नहीं रह गई, क्योंकि यह वॉटर बेस्ड और नेचुरल तत्वों के साथ भी आता है।
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फेशियल टोनर एक वॉटर-बेस्ड लोशन या टॉनिक है जोकि चेहरा साफ करने और मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करने से पहले लगाया जाता है। भले ही यह प्रोडक्ट पानी जैसा महसूस होता हो लेकिन यह स्किन को ठंडक पहुंचाता है और उसे मॉइश्वराइज करता है। यह चेहरे की गंदगी साफ करता है। स्किन को हाइड्रेट करता है। कुछ टोनर को कॉटन बॉल या रूई के फाहे से लगाने के लिए बनाया गया है। चेहरे को साफ करना है और रूई से उसे चेहरे पर स्वाइप करना है।

ऐसे पहचानें सही टोनर:
अगर आपकी एक्ने वाली स्किन है तो ऐसे में अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड और बीटा हाइड्रॉक्सी एसिड युक्त टोनर का इस्तेमाल करना सही है। कुछ टोनर में सैलिसिलिक एसिड होता है जोकि हाइपरपिग्मेंटशन और ऑयल कंट्रोल के लिए अच्छा माना जाता है। अगर आपको स्किन से जुड़ी किसी प्रकार की समस्या है तो ज्यादा फ्रेगरेंस, डाई और प्रीजरवेटिव वाला टोनर इस्तेमाल करने से बचें।
मैच्योर स्किन के लिए विटामिन सी और फेरुलिक एसिड जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त टोनर ले सकते हैं। साथ ही नमी देने वाले हयालूरोनिक एसिड और ग्लिसरीन युक्त टोनर का इस्तेमाल भी इस टाइप की स्किन में फायदा पहुंचा सकता है। टोनर को हमेशा ही क्लींजर के बाद ही लगाएं क्योंकि यह वॉटर-बेस्ड होता है। कई टोनर स्प्रे के रूप में आता है, जिसे सीधे चेहरे पर स्प्रे किया जा सकता है।
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