लाइफस्टाइल डेस्क। जहां तुलसी को “जड़ी-बूटियों की रानी” माना जाता है, वहीं दूध को संपूर्ण आहार कहा गया है। ऐसे में जब इन दोनों का मेल होता है, तो यह एक पावरफुल औषधीय पेय बन जाता है। दूध में तुलसी के पत्तों (basil leaves) को उबालकर पीना एक घरेलू उपाय है, जिससे कई प्रकार की प्रॉब्लम्स में राहत मिल सकती है।
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यह ड्रिंक न सिर्फ इम्यूनिटी बढ़ाता है, बल्कि डाइजेशन, स्किन और मेंटल हेल्थ के लिए भी लाभकारी माना गया है। तुलसी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स और दूध में मौजूद पोषक तत्व मिलकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। इससे सर्दी, जुकाम और वायरल इंफेक्शन से बचाव होता है। तुलसी खून को साफ करती है और शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करती है।

तुलसी का सेवन मानसिक शांति देता है और दूध में मौजूद ट्रिप्टोफेन दिमाग को रिलैक्स करता है, जिससे नींद अच्छी आती है और तनाव कम होता है। तुलसी गैस, बदहजमी और अपच जैसी समस्याओं में फायदेमंद है। दूध आंतों को कोट करता है, जिससे एसिडिटी से राहत मिलती है। महिलाओं में पीरियड्स की अनियमितता, थायरॉइड या अन्य हार्मोनल इम्बैलेंस की समस्या में तुलसी और दूध का संयोजन फायदेमंद हो सकता है।
तुलसी का एंटीबैक्टीरियल गुण स्किन से टॉक्सिन्स हटाकर दाने, पिंपल और एलर्जी को दूर करता है। दूध स्किन को पोषण देकर ग्लोइंग बनाता है। दूध में कैल्शियम और विटामिन डी की भरपूर मात्रा पाई जाती हैं।जिसमें तुलसी कैल्शियम के अवशोषण को बेहतर बनाती है, जिससे हड्डियां मजबूत होती हैं। तुलसी कफ को बाहर निकालने में मदद करती है और दूध गले को सॉफ्टनेस देता है। यह कॉम्बिनेशन खांसी, जुकाम और ब्रोंकाइटिस में राहत देता है।
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