एंटरटेनमेंट डेस्क। 70 के दशक के म्यूजिक के लोग आज भी दीवाने हैं। ना सिर्फ बॉलीवुड म्यूजिक बल्कि भक्तिगीत गाने वाले सिंगर्स ने भी लोगों के बीच अपनी एक अलग जगह बनाई है। लेकिन आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसी दिग्गज सिंगर Anuradha Paudwal की जिन्होंने बॉलीवुड में अपनी बेमिसाल आवाज का दीवाना तो बनाया ही साथ ही भक्तिगीत में भी उनकी एक अलग पहचान बनी।
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इस दिग्गज सिंगर ने इंडस्ट्री को कई बेहतरीन गाने दिए और लता मंगेशकर से तुलना का तमगा भी हासिल किया। इतनी शोहरत मिलने के बावजूद इनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में काफी संघर्ष रहा। हम बात कर रहे हैं फेमस सिंगर अनुराधा पौडवाल की।
अनुराधा पौडवाल ने खुद इस बात का खुलासा किया था कि बॉलीवुड में काफी भेदभाव होता है। माना जाता है कि इसी के चलते उन्होंने बॉलीवुड छोड़ने का एलान किया और करियर के पीक पर सिर्फ भजन गाने का फैसला किया। 70-80 के दशक में अनुराधा इतनी पॉपुलर हो गई थी कि उनकी तुलना लता मंगेशकर से की जाने लगी थी। अनुराधा ने अमिताभ बच्चन की अभिमान से अपने करियर की शुरुआत की थी।

इसके बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक गानों को आवाज दी और लोगों के दिल में एक खास जगह बना ली। पति की मौत के बाद धीरे-धीरे अनुराधा की जिंदगी पटरी पर आने लगी थी। उस वक्त उनका नाम सिंगर गुलशन कुमार से भी जुड़ा था, दोनों ने कई गानों में अपनी आवाज से लोगों का दिल जीता था। दोनों अच्छे दोस्त बन गए थे लेकिन किस्मत को ये भी मंजूर नहीं था क्योंकि गुलशन कुमार की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद अनुराधा ने भजन की राह पकड़ ली।
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