डेस्क। Premanand Maharaj की तबीयत पिछले कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रही है। इसके चलते उनकी हर दिन निकलने वाली तीर्थयात्रा को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। इससे पहले भी हेल्थ को लेकर उनकी पदयात्रा बंद हो चुकी है। वे पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज (PKD) नामक गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं।
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यह एक अनुवांशिक रोग है, जो धीरे-धीरे किडनी की कार्यप्रणाली को प्रभावित करता है और किडनी फेलियर का कारण बन सकता है। PKD से पीड़ित लगभग 50% मरीजों की किडनी 60 की उम्र तक फेल हो जाती है, जबकि 70 की उम्र तक यह आंकड़ा 60% तक पहुंच सकता है। ऐसे में महाराज जी की स्थिति ने भक्तों के बीच चिंता और जागरूकता दोनों को ही जन्म दिया है।यह समय है कि हम इस “साइलेंट किलर” बीमारी के बारे में गंभीरता से सोचें और समय रहते उचित जांच और इलाज करवाएं।

अगर बात करें कि यह क्या होता है, तो यह एक जेनेटिक डिसऑर्डर है, जिसका मेन कारण जीन म्यूटेशन होता है। इस समस्या में किडनी सिस्ट हो जाती है, जो हाई बीपी और किडनी फेल्योर की समस्या का कारण बनती है। इससे प्रभावित मरीजों में से ज्यादातर को डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ती है।
इसमें किडनी का आकार बड़ा हो जाता है, जिसके चलते किडनी की ब्लड फिल्टर करने की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है। जिसके चलते हाई ब्लड प्रेशर, यूरिन में खून आना और बार-बार यूरिन इन्फेक्शन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके दो प्रकार होते हैं, पहला ADPKD होता है जो आमतौर पर एडल्ट लोगों को होता है और दूसरा है ARPKD, यह काफी रेयर होता है और बच्चों में इसकी समस्या देखने को मिलती है।
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