हेल्थ डेस्क। हाइपरटेंशन (hypertension) और हाइपोटेंशन (hypotension) यानी हाई बीपी और लो बीपी दोनों ही स्थितियां सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं। इसलिए बीपी लेवल का नॉर्मल होना जरूरी है। जिन लोगों के घर में बीपी (blood pressure) की मशीन मौजूद है, वे आसानी से इसे मॉनिटर कर सकती हैं। लेकिन अगर घर में बीपी मशीन मौजूद नहीं है तो कुछ आसान तरीके हम आपको बताते हैं कि तब कैसे इसे मॉनिटर करेंगे।
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अगर आपका बीपी हाई या लो रहता है तो घर में बीपी मशीन (blood pressure machine) जरूर रखें ताकि आप आसानी से घर में बीपी माप सकें। हालांकि अगर घर में बीपी मशीन नहीं है तो बिना मशीन के भी कुछ संकेतों और लक्षणों के आधार पर इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। सुबह के समय या तनाव के दौरान सिरदर्द रहना या अचानक से सिर में तेज दर्द उठना बीपी के बढ़ने का संकेत हो सकता है। आमतौर पर बीपी बढ़ने की वजह से सिर के पिछले हिस्से में दर्द होता है।

अगर आपको अक्सर चक्कर आते हैं या अचानक उठने पर सिर घूमता है, तो यह ब्लड प्रेशर (blood pressure) की समस्या हो सकती है। हालांकि कई मामलों में लो बीपी में भी ऐसा होता है। बिना किसी फिजिकल एक्टिविटी के अगर आपके दिल की धड़कन तेज हो जाए या असामान्य लगे तो यह हाई ब्लड प्रेशर का संकेत हो सकता है। सीढ़ियां चढ़ते समय या हल्की सी एक्टिविटी में भी अगर सांस चढ़ जाए, तो यह हाई बीपी या हार्ट से जुड़ी दिक्कतों का संकेत हो सकता है।
हाई बीपी के कारण आंखों की वेसल्स पर असर पड़ सकता है, जिससे धुंधलापन महसूस हो सकता है। एक्सपर्ट का कहना है कि ये लक्षण बीपी (blood pressure) के बढ़ने की तरफ इशारा करते हैं। हालांकि सही जांच और डॉक्टर की सलाह जरूरी है। इसलिए किसी भी इलाज से पहले एक बार मशीन से रीडिंग जरूर लें।
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