लाइफस्टाइल डेस्क। कपड़ों को अलग-अलग पैटर्न (patterns) और प्रिंट में पहनने का शौक हम सभी को होता है। इसलिए हम अक्सर ऐसे डिजाइन और पैटर्न के कपड़ों (clothes) को पहनना पसंद करते हैं, जिसे पहनने के बाद हमारा लुक अच्छा लगे। प्रिंटेड कपड़े सबसे ज्यादा पहने जाते हैं। राजस्थान का एक ऐसा ही प्रिंट पैटर्न; जिसे सांगानेरी प्रिंट (Sanganeri Print) कहते हैं। चलिए बताते हैं आपको इस प्रिंट के बारे में साथ ही आप इसकी पहचान कैसे करें?
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सांगानेरी प्रिंट (Sanganeri Print) राजस्थान के जयपुर के पास स्थित सांगानेर नामक कस्बे की विशेष ब्लॉक प्रिंटिंग कला है। इसका इतिहास काफी साल पुराना है। यहां के कारीगर कपड़ों पर लकड़ी के ब्लॉक्स से हाथ से छपाई करते हैं ताकि इस प्रिंट को अच्छे से क्रिएट कर सके।
सांगानेरी प्रिंट (Sanganeri Print) के लिए बारीक छपाई की जाती है। इसके लिए लड़की के ब्लॉक्स तैयार किए जाते हैं। इसकी मदद से कारीगर महीन प्रिंट पैटर्न को तैयार करते हैं। आजकल बाजार में मिलने वाले कलर से इस प्रिंट पैटर्न को तैयार किया जाता है लेकिन पहले यह सारे प्रिंट के लिए कलर नेचुरली चीजों से तैयार किए जाते थे। जैसे नीम, हरड़, हल्दी, फूलों और पौधों का इस्तेमाल रंगों के लिए किया जाता था।सांगानेरी प्रिंट को सबसे ज्यादा सफेद या हल्के रंग के कॉटन फैब्रिक पर किया जाता है।

इसके लिए आप डिजाइन (Sanganeri Print) की बारीकी का खास ध्यान रखें। ऐसा इसलिए क्योंकि इसे काफी महीन तरीके से तैयार किया जाता है। इसमें रंगों को हल्का रखा जाता है, ताकि कपड़ा पहनने के बाद सिंपल और अच्छा लगे। इसमें जिस तरह के प्रिंट सबसे ज्यादा बनाएं जाते हैं वो फूल, बेल, पत्ती और अन्य चीजों का होता है। इस प्रिंट के लिए हमेशा मुलायम कॉटन वाले फैब्रिक का इस्तेमाल किया जाता है। असली ब्लॉक प्रिंट में पीछे की तरफ भी डिजाइन की हल्की छाप होती है।
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