एंटरटेनमेंट डेस्क। साल 1975 में रिलीज हुई फिल्म ‘सालो ऑर 120 डेज ऑफ सोडोम’ (Salo or 120 Days of Sodom) को दुनिया की सबसे विवादित फिल्मों (controversial film) में गिना जाता है। इस फिल्म को इसके बोल्ड और परेशान करने वाले सीन की वजह से करीब 100 देशों में बैन कर दिया गया था। फिल्म के डायरेक्टर (director) पियर पाओलो पासोलिनी की रिलीज के कुछ ही समय बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई थी, जिसने इस फिल्म को और भी चर्चा में ला दिया।
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1975 में बनी यह इटालियन फिल्म (film) सत्ता, क्रूरता और यौन हिंसा के ऐसे पक्ष को उजागर करती है जिसे देखकर अच्छे-अच्छों के रोंगटे खड़े हो जाएं। फिल्म की कहानी चार भ्रष्ट और ताकतवर नेताओं के इर्द-गिर्द घूमती है, जो फासीवादी शासन के दौरान कुछ युवाओं को अगवा करते हैं और फिर उनके साथ अमानवीय अत्याचार करते हैं। इसमें दिखाए गए दृश्य इतने ग्राफिक और हिंसक हैं कि कई दर्शक इसे अधूरा छोड़कर उठ गए। नग्नता, मानसिक और शारीरिक हिंसा तथा यौन शोषण को इतनी स्पष्टता से दिखाया गया है कि इसे कई लोगों ने सिनेमा नहीं बल्कि इंसानियत के खिलाफ अपराध कहा।

इसमें दिखाए गए दृश्य इतने ग्राफिक और हिंसक हैं कि कई दर्शक इसे अधूरा छोड़कर उठ गए। फिल्म (film) को पेरिस फिल्म फेस्टिवल (Paris Film Festival) में दिखाया गया। विरोध होने पर इटली, जहां फिल्म बनी थी वहीं पर जनवरी 1976 में इसे प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके अलावा भारत, ऑस्ट्रेलिया, यूके और न्यूज़ीलैंड समेत करीब 100 देशों ने इस फिल्म को बैन कर दिया।
फिल्म (film) के विवादास्पद स्वरूप को इसके निर्देशक पियर पाओलो पासोलिनी की क्रूर हत्या से भी मदद नहीं मिली। निर्देशक की हत्या 2 नवंबर, 1975 को फिल्म की रिलीज से कुछ हफ्ते पहले की गई थी। हालांकि उनकी मौत का फिल्म से कोई संबंध नहीं था, लेकिन इसने फिल्म में साज़िश और विवाद की एक परत जोड़ दी। पासोलिनी को बुरी तरह पीटा गया था और उनके ऊपर कई बार गाड़ी चढ़ाई गई थी।
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