डेस्क। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस (JD Vance) अपने परिवार के साथ भारत पहुंच गए हैं। उनके (JD Vance) साथ उनकी पत्नी उषा और उनके तीन बच्चे इवान, विवेक और मीराबेल भी हैं। पालम एयरपोर्ट पर उनका स्वागत केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य ट्रंप-वेंस प्रशासन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के बीच द्विपक्षीय वार्ता है। लेकिन भारतीयों की नजरें सेकंड लेडी उषा वेंस (Usha Vance) पर टिकी हैं।
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उषा (Usha Vance) का जन्म 1986 में सैन डिएगो, कैलिफ़ोर्निया में हुआ था। उनके माता-पिता आंध्र प्रदेश से तेलुगु भाषी अप्रवासी थे। यह परिवार मूल रूप से आंध्र प्रदेश के वद्दुरु गांव का है। रिपोर्ट्स के मुताबिक उषा वेंस के दादा, रामशास्त्री चिलुकुरी, आईआईटी में पढ़ाने के लिए चेन्नई चले गए। यह बात 1959 के आसपास की है, जब IIT की स्थापना हुई थी।

ऊषा वेंस (Usha Vance) अमेरिका की पहली भारतीय अमेरिकी सेकंड लेडी हैं। साथ ही, वह इस पद को संभालने वाली पहली हिंदू भी हैं। राजनीतिक जीवन में आने से पहले, उषा वेंस का सफल कानूनी करियर रहा है। उन्होंने येल यूनिवर्सिटी और कैम्ब्रिज से पढ़ाई की है। बाद में, वह येल लॉ स्कूल लौट गईं और येल लॉ जर्नल की एडिटर रहीं।
उषा और जे.डी. वेंस (JD Vance) की मुलाकात येल लॉ स्कूल में हुई थी। उन्होंने हिंदू और ईसाई रीति-रिवाज से 2014 में शादी की। वह पहले डेमोक्रेट थीं लेकिन अपने पति (JD Vance) के ओहायो में सीनेट चुनाव लड़ने से पहले उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी ज्वॉइन कर ली। उनके सहयोगियों का कहना है कि उन्होंने अपने पति के कट्टरपंथी विचारों के साथ खुद को जोड़कर समझदारी दिखाई है। ऐसा माना जाता है कि वह पर्दे के पीछे रहकर फैसले लेने में मदद करती हैं।
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