डेस्क। वैसे तो पिता (father) के प्यार का कोई मोल नही होता है पिता का प्यार अनमोल है। हर पिता अपने बच्चों के पालन-पोषण व खुशी के लिए अपनी पूरी जिंदगी दांव पर लगा देता है। वो अपने बच्चों (children) को खुशी देने के लिए हर मुश्किल से मुश्किल पड़ाव भी पार कर लेता है। पिता (father) के इसी समर्पण को सम्मान देने के लिए ये एक खास दिन (Father’s Day) होता है जब बच्चों के पास उनको स्पेशल फील कराने का मौका होता है।
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कुछ लोग पिता (father) के साथ इस खास दिन (Father’s Day) को केक काटकर सेलिब्रेट करते है वहीं कुछ बच्चे जो दूर रहते है वो पापा को Messages भेजकर स्पेशल फील कराते है। पहली बार Father’s Day वाशिंगटन के स्पोकेन शहर में मनाया गया था, जिसका प्रस्ताव Sonora Smart dad ने दिया था। दरअसल सोनोरा (Sonora) की मां नहीं थीं और उनके पिता (father) ने ही पांच भाई-बहनों के साथ सोनोरा को मां और बाप दोनों का प्यार दिया था।
बच्चों के पालन-पोषण से लेकर उनके प्रति प्यार, त्याग और समर्पण देकर सोनोरा ने मां के लिए मनाए जाने वाले दिन यानी ‘मदर्स डे’ की तरह ही पिता के प्रति प्रेम और स्नेह जाहिर करने के लिए इस दिन (Father’s Day) को मनाने की शुरुआत की। तब ये दिन Father’s Day के नाम से मनाया जाने लगा। सबसे पहले Sonora के दिमाग में ही इस बात का ख्याल आया था कि, ‘मदर्स डे’ की तरह कम से कम एक दिन पिता (father) के लिए भी जरूर होना चाहिए। सोनोरा (Sonora) के पिता का जन्मदिन जून में पड़ता था।

ऐसे में उन्होंने जून में इस फादर्स डे (Father’s Day) को मनाने की याचिका (petition) दायर की और इसे लेकर लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए खूब कैंप भी लगाए। फाइनली उनकी यह मांग पूरी हुई और 19 जून 1910 को पहला ‘फादर्स डे’ (Father’s Day) मनाया गया। 1966 में राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने फादर्स डे (Father’s Day) को जून के तीसरे संडे को मनाने का ऐलान किया था। आगे चलकर इसे पूरे संयुक्त राज्य अमेरिका में मान्यता मिली और 1972 में इसे अवकाश (holiday) भी घोषित कर दिया गया।
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