लखनऊ। बीते 618 दिनों से लगातार धरना दे रहे 69000 शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थियों (Candidates) ने लखनऊ में भाजपा कार्यालय (BJP office) का घेराव कर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थी (Candidates) 6800 पदों पर चयनितों को नियुक्ति की मांग कर रहे थे। इस दौरान वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें कार्यालय से हटा दिया।
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इसके पहले अभ्यर्थियों ने बृहस्पतिवार को उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य (Keshav Maurya) के आवास का घेराव किया। बता दें कि 69,000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी (Candidates) काफी समय से आंदोलन कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को अभ्यर्थी उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य (Keshav Maurya) के आवास पहुंचकर वहां धरने पर बैठ गए।
अभ्यर्थी (Candidates) उनसे मिलना चाह रहे थे, इसे लेकर पुलिस से उनकी नोकझोंक भी हुई। अभ्यर्थियों (Candidates) का आरोप है कि पुलिस ने एक अभ्यर्थी को थप्पड़ मार दिया। हालांकि बाद में अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल की उपमुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) से मुलाकात कराई गई। अभ्यर्थियों ने कहा कि उपमुख्यमंत्री ने उन्हें जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अभ्यर्थियों (Candidates) ने चेतावनी दी कि जल्द नियुक्ति न हुई तो वह आंदोलन जारी रखेंगे।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने बताया कि लखनऊ हाईकोर्ट के डबल बेंच में 69,000 शिक्षक भर्ती (recruitment) संबंधित मामले की सुनवाई चल रही है। इस संबंध में शिक्षा (Education Minister) मंत्री संदीप सिंह और विभाग के अधिकारी ने हम अभ्यर्थियों से मीटिंग में जो वादे किए थे, उसके मुताबिक सरकार के वकील कोर्ट में पक्ष नहीं रख रहे हैं बल्कि आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों (Candidates) का विरोध कर रहे हैं। अमरेंद्र पटेल ने बताया की मुख्यमंत्री के ही आदेश से हुई जाँच के बाद 6,800 आरक्षित वर्ग की चयन सूची आई थी। अभ्यर्थियों (Candidates) को उम्मीद है कि उनकी मुलाक़ात मुख्यमंत्री से होने पर पूरे मामले का सही निस्तारण हो जायेगा।
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