हल्द्वानी। हल्द्वानी (Haldwani) हिंसा मामले में 18 लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया गया है। अब तक 4 लोगों की गिरफ्तार कर ली गई है। हिंसा में 5 हजार लोगों के शामिल होने की संभावना जताई गई है। पुलिस लोगों की पहचान करने में जुटी है, हिंसा (violence) में शामिल लोगों की तलाश जारी है।
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हिंसा के 48 घंटे बाद भी हल्द्वानी (Haldwani) में कर्फ्यू जारी है। सुरक्षाबल की तैनाती है। इंटरनेट डाउन है। आज (10 फरवरी) को कर्फ्यू (Curfew) हटाया जा सकता है। I.N.D.I.A और सिविल सोसाइटी का उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल कांग्रेस (Congress) प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के नेतृत्व में उत्तराखंड के राज्यपाल से राजभवन में आज मुलाकात करेगा। यह हिंसा 8 फरवरी को नगर निगम द्वारा अवैध मदरसा ढहाने के बाद हुई थी। नगर निगम की टीम ने नमाज पढ़ने के लिए बनाई गई एक इमारत पर भी बुलडोजर चलाया था।
इसके बाद हिंसा (violence) तेजी से फैली थी। भीड़ ने पुलिस (police) और निगम के अमले पर हमला किया था। बनभूलपुरा थाने को घेरा और पथराव किया गया था। हिंसा (violence) में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। 300 पुलिसकर्मी और निगम कर्मचारी घायल हैं। प्रशासन ने 8 फरवरी को ही कर्फ्यू (Curfew) लगा दिया था जो अभी भी जारी है। सरकार द्वारा दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश हैं, जिनकी तलाश जारी है।

हल्द्वानी (Haldwani) SP सिटी के अनुसार आरोपियों के खिलाफ रासुका के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। उपद्रव के बाद पूरे शहर में सुरक्षा कहीं अधिक बढ़ा दी गई है और 19 नामजद आरोपियों समेत 5000 अज्ञात आरोपियोंके खिलाफ प्राथमिकी (FIR) भी दर्ज कर ली गई है। कुल तीन एफआईआर (FIR) इस संबंध में दर्ज की गई हैं जिसमें 50 से ज्यादा लोग पुलिस (police) हिरासत में है और उनके साथ पूछताछ की कार्रवाई की जा रही है।
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