बिहार। पूरे देश में नीट पेपर लीक (NEET paper leak) मामले को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस पेपर लीक (paper leak) के तार बिहार और झारखंड (Jharkhand) से गहरे जुड़े हैं। पुलिस ने झारखंड के देवघर से इस मामले से जुड़े 6 शातिरों को गिरफ्तार किया है, जिनसे अब कड़ी पूछताछ की जाएगी। वहीं इस मामले में पुलिस बिहार (Bihar) के भी कुछ शातिरों की तलाश कर रही है।
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माना जा रहा है कि इन सभी शातिरों का नीट एग्जाम पेपर लीक (NEET paper leak) मामले में बड़ा हाथ हो सकता है। वहीं, इस मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि हजारीबाग के एक सेंटर से सबसे पहले पेपर लीक (NEET paper leak) हुआ था। जानकारी के मुताबिक पटना (Bihar) में जो जली हुई प्रश्न पत्र की बुकलेट बरामद की गई है, उसके आधार पर पता चला है कि हजारीबाग के सेंटर से पेपर लीक हुआ था।
नीट पेपर लीक (NEET paper leak) के आरोपी सिकंदर यादवेंद्र ने कबूल किया है कि उसने 30 से 32 लाख रुपए में अमित आनंद और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से उसने पेपर खरीदा था। फिर उसने समस्तीपुर के अनुराग यादव, दानापुर पटना के आयुष कुमार, गया के शिवनंदन कुमार और रांची के अभिषेक कुमार को वह पेपर 40-40 लाख रुपए में बेचा था। पटना (Patna) के रामकृष्णा नगर में नीट परीक्षा (NEET paper leak) से एक रात पहले 4 मई को पेपर इन चारों अभियर्थियों को रात भर रटवाया गया था।
नीट परीक्षा पेपर लीक (NEET paper leak) मामले में पटना के शास्त्री नगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार सेटर अमित आनंद के मुंगेर स्थित ननिहाल पहुंची। पुलिस ने बताया है कि अमित आनंद खगड़िया जिला के सोनबरसा का निवासी है। जब वह 5 वर्ष का था तब उसके पिता अचुदानंद सिंह की मौत सड़क दुर्घटना (accident) में हो गई थी। पिता की मौत के बाद अमित आनंद और उसका छोटा भाई अमन कुमार मोगल बाजार स्थित अपने नाना के घर रह कर पढ़ाई लिखाई करता था। मुंगेर के DAV स्कूल से दोनों भाई ने मैट्रिक तक की पढ़ाई की। इसके बाद वर्ष 2012 में दोनों भाई अपने पैतृक घर खगड़िया चले गए थे। अमित आनंद फिलहाल जेल में बंद है।
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