नई दिल्ली। दिल्ली (Delhi) में प्रदूषण (pollution) बढ़ने के साथ ही यमुना नदी भी दूषित होने लगी है। कालिंदी कुंज में तो यमुना (Yamuna) नदी के पानी के ऊपर सिर्फ झाग (foam) ही दिख रहा है। अगले महीने नवंबर में छठ (Chhath) जैसा बड़ा त्योहार है। दिल्ली में बड़ी संख्या में पूर्वांचल के लोग रहते हैं। दिल्ली सरकार ने भी इस बार छठ को खास बनाने के लिए खास तैयारी की है, लेकिन इस बीच यमुना (Yamuna) की ऐसी हालत तमाम तैयारियों को धता बता रही है।
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आपको बता दें कि राजधानी (Delhi) में सर्दी शुरू होने से पहले ही हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई है। ऐसे में आने वाले दिनों में लोगों को सांस लेने में और परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अक्षरधाम (Akshardham) और आसपास के इलाकों में धुंध की एक परत छा गई है। जिससे इलाके का एक्यूआई (AQI) 334 तक पहुंच गया है। जिसे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार बहुत खराब श्रेणी में रखा गया है।
वहीं आईटीओ क्षेत्र (ITO area) में धुंध की एक पतली परत छाई है। जिससे वायु गुणवत्ता सूचकांक 226 पर पहुंच गया है। जिसे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार खराब श्रेणी में रखा गया है। इंडिया गेट इलाके में एक्यूआई (AQI) 251 पर पहुंच गया। भीकाजी कामा प्लेस इलाके में एक्यूआई (AQI) 273 दर्ज किया गया है। वहीं एम्स क्षेत्र के पास धुंध की एक पतली परत दिखाई दे रही है तथा आसपास के क्षेत्रों में एक्यूआई 253 पर पहुंच गया है।
हवा की बात तो छोड़िये उधर यमुना (Yamuna) नदी पूरी तरह केमिकल के झाग (foam) में तब्दील हो चुकी है। यमुना नदी में दूर-दूर तक झाग (foam) दिखाई दे रहे हैं, जिसे देखते ही दिल्ली (Delhi) सरकार के उन दावों पर सवाल खड़े होते हैं, जो ये कहते नहीं थक रही थी कि यमुना (Yamuna) को साफ करने की दिशा में हमने कई कदम उठाए गए हैं।
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