स्पोर्ट्स डेस्क। टीम इंडिया की वापसी की आस में लगे पुजारा ने रविवार को इंडियन क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का एलान कर दिया। द्रविड़ के बाद पुजारा को भारतीय क्रिकेट की नई दीवार कहा गया था। Cheteshwar Pujara ने कई ऐसी पारियां खेली जिन्होंने उन्हें ये ख्याति दिलाई। पुजारा ने फिर कई ऐसी पारियां खेलीं जिनके दम पर वह संन्यास के बाद भी द्रविड़ की तरह द वॉल कहलाए जाएंगे।
यह भी पढ़ें-रोहित शर्मा और विराट कोहली में कौन है ज्यादा अमीर? नेट वर्थ उड़ा देगी होश
साल 2012 में अहमदाबाद में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में Cheteshwar Pujara ने नाबाद 206 रन बनाकर सभी का ध्यान खींचा और बताया कि उनमें नंबर-3 पर द्रविड़ की जगह लेने की काबिलियत है। यह उनका टेस्ट में पहला दोहरा शतक था। विकेट पर तकरीबन करीब साढ़े आठ घंटे बिताने के बाद पुजारा के शरीर पर तो थकान नहीं आई थी, लेकिन उन्होंने इंग्लैंड के गेंदबाजों को जरूर थका दिया था।

2017 में जब ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के दौरे पर थी। इस टेस्ट में पुजारा ने 525 गेंदों का सामना करते हुए 202 रन बनाए जो टेस्ट की एक पारी में सबसे ज्यादा गेंदें खेलने का रिकॉर्ड है। इस पारी में 21 चौके और एक छक्का शामिल था। Cheteshwar Pujara की इस पारी ने न केवल मैच ड्रॉ कराया, बल्कि भारत को सीरीज में बनाए रखा।
साल 2021 में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थी। विराट कोहली बच्चे के जन्म के कारण एक टेस्ट मैच खेल वापस लौट चुके थे। टीम इंडिया मुश्किल में थी। सिडनी में खेला गया टेस्ट मैच अगर भारत हार जाता तो सीरीज जीतना मुश्किल हो जाता। इस मैच में चेतेश्वर पुजारा 77 रनों की पारी खेली जिसमें 205 गेंदों का सामना करते हुए 12 चौके मारे।
Tag: #nextindiatimes #CheteshwarPujara #Retirement