डेस्क। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) द्वारा जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक (jaffar express train hijack) किए हुए 24 घंटे का समय बीत चुका है। पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) ने ऑपरेशन में 16 बलूच लड़ाकों (विद्रोहियों) को मारने और 104 बंधकों को छुड़ाने का दावा किया है। वहीं BLA ने भी 30 पाकिस्तानी जवानों को मारने का दावा किया है।
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बता दें कि बलूचिस्तान पाकिस्तान (Pakistan) का सबसे अशांत प्रांत है। यहां 1948 से ही बलूचों और पाकिस्तानी सेना के बीच टकराव होता रहा है। बलूचिस्तान के लोग पाकिस्तान से अलग होने की मांग समय से कर रहे हैं। बीते कुछ समय में चीन का इस इलाके में दखल बढ़ा है। चीन इस इलाके में कई परियोजनाओं पर काम कर रहा है, जिस वजह से उन पर लगातार हमले भी हो रहे हैं। BLA की मांग है कि बलूचिस्तान को पाकिस्तान (Pakistan) से अलग किया जाए।
BLA की सबसे प्रमुख मांग है कि बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सरकार (Pakistan) या सुरक्षा एजेंसी का कोई भी नुमांइदा वहां नहीं होना चाहिए। इसके अलावा चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) भी बलूचिस्तान से होकर गुजरता है। BLA इसका विरोध करती है। पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाइजैक करने जैसा कदम उठाया, जो उनकी ओर से एक बड़ा संदेश देने के लिए था। इसके पीछे उनके कुछ प्रमुख कारण हो सकते हैं।

BLA के लिए यह एक तरीका था, जिससे वह अपनी समस्याओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उजागर कर सके। ट्रेन हाइजैक जैसी घटना मीडिया में सुर्खियों में आई है, और इसके माध्यम से वे अपनी मांगों को दुनिया के सामने लाए हैं। ट्रेन हाइजैक होने के कदम के जरिए बीएलए ने पाकिस्तान सरकार को चुनौती दी है और यह संदेश दिया है कि वह बलूचिस्तान के मुद्दा हल करने के लिए गंभीर नहीं है। उनका मानना है कि इससे वे पाकिस्तान के खिलाफ अपने प्रतिरोध को और भी मजबूत कर सकते हैं।
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