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Tuesday, August 12, 2025

30, 60 या 90 ml के ही क्यों होते हैं शराब के पैग, दिलचस्प है वजह

डेस्क। दुनिया भर में शराब (alcohol) पीने के शौकीन लोगों की कमी नहीं है। कई लोग शौकिया तौर पर पार्टी और मीटिंग्स में साथी लोगों को कंपनी देने के लिए पीते हैं लेकिन कई लोगों को इसकी लत भी होती है। अगर आपने पीने वाले लोगों को नोटिस किया हो तो वो अक्सर 30, 60 या 90 ml का ऑर्डर देते नज़र आएंगे। क्या आप जानते हैं इसका क्या मतलब होता है?

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दरअसल अधिकांश शराब (alcohol) की बोतलें 750 एमएल की होती हैं ऐसे में शराब का हिसाब-किताब रखने के लिए 30 और 60 मिलीलीटर के पैग सुविधाजनक होते हैं। बार टेंडर को शराब परोसने में भी सुविधा होती है क्योंकि उसे बोतल से कितनी शराब इस्तेमाल की गई पता चल जाता है। छोटे पैग का मतलब 30 एमएल, बड़े पैग का मतलब 60एमएल इलके अलावा 90 एमएल जिसे पटियाला पैग भी बोलते हैं बड़ा पैग होता है।

लोग अपनी शारीरिक क्षमता के हिसाब से alcohol के पैग लेते हैं। 30 एमएल का पैग उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो हल्का नशा चाहते हैं। 30 एमएल एक आदर्श मात्रा है जिसे लोग धीरे-धीरे पी सकते हैं और शरीर को इसे पचाने में आसानी होती है लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं जो एक बार में बड़ा पैग 60 या 90 एमएल पीने का जिगरा रखते हैं।

दुनिया भर में शराब (alcohol) की मानक सर्विंग 1 औंस (लगभग 29.57 ml) होती है, जो 30 ml के करीब है। भारत में इसे गोल करके 30 ml कर दिया गया। ब्रिटेन में शराब को 25 ml (सिंगल) और 50 ml (डबल) में मापा जाता है लेकिन भारत में 30 और 60 ml ज्यादा प्रचलित हो गए, शायद सुविधा और परंपरा के कारण।

Tag: #nextindiatimes #alcohol #alcoholpegs

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